अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़ । संयुक्त किसान मोर्चा, आजमगढ़ के तत्वाधान में किसान संग्राम समिति, जनमुक्ति मोर्चा ,अखिल भारतीय किसान महासभा ,अखिल भारतीय किसान सभा ,खेत मजदूर किसान संग्राम समिति ,जनवादी लोक मंच, भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान प्रतिनिधियों ने शहीद कुंवर सिंह उद्यान में बैठक की। बैठक में वक्ताओं ने 28 मई 2023 को दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरनारत महिला पहलवानों द्वारा आयोजित श्महिला सम्मान किसान पंचायतश् को रोकने की पुलिसिया तांडव की कार्रवाई की निंदा किया । वक्ताओं ने कहा कि महिला पहलवानों को भद्दे, क्रूर तरीक़े से जबरन पुलिसिया गिरफ्तारी, उनके टेंट को उखाड़ना और उनके समर्थन में जा रहे किसान आंदोलनकारियों को विभिन्न जगहों पर डिटेन और गिरफ्तारी करना एक फासीवादी कार्यवाही है । इस घटना ने देशभर के सभी इंसाफ पसंद लोगों को शर्मसार किया है और वर्तमान संसदीय व्यवस्था पर एक कलंक है , जो आजाद भारत में बलात्कारी, बाहुबली और धनपशु सांसद की गुलाम पुलिसिया लठैती को दर्शाया है। ध्यान रहे कि यह करतूतें उस समय हुईं जब देश का प्रधानमंत्री भारतीय लोकतंत्र में 21पार्टियों के बहिष्कार करने के बाद भी नए संसद के उद्घाटन के लिए धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को दरकिनार करते हुए तथा भारतीय गणराज्य के प्रथम नागरिक दलित महिला राष्ट्रपति महोदया को बिना आमंत्रित किये और पाक्सो एक्ट के आरोपी सांसद बृजभूषण जैसों की उपस्थिति में सेंगोल दंड के हिंदुत्ववादी सनातनी पाखंडों के स्थापना के साथ किया। जनता को इसके निहितार्थ को समझ लेना चाहिये कि मौजूदा सरकार देश को संविधान, कानून, लोकतांत्रिक पध्दतियों को दरकिनार करके फासीवादी तरीकों से चलाने की कोशिश कर रही है। बैठक में वेद प्रकाश उपाध्याय ,रामनयन यादव, नंदलाल मास्टर,बचाऊ राम, अवध राज यादव, विनोद सिंह, राहुल विद्यार्थी, रामाश्रय यादव,सूबेदार यादव ,दान बहादुर मौर्या,राजेश आज़ाद आदि उपस्थित थे। संचालन राजेश आज़ाद और अध्यक्षता बचाऊ राम ने किया।