कराची। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ कोई समझौता नहीं किया जा रहा है, लेकिन इस बात पर जोर दिया गया है कि चीन का समर्थन देश को किसी भी संभावित चूक का सामना करने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कराची में उद्योगपतियों और व्यापारियों को अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा लगाए गए सभी कठोर शर्तों को सफलतापूर्वक पूरा किया है और आईएमएफ कार्यक्रम को पूरा करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया है।
पीएम शरीफ ने कहा कि चीन ने पाकिस्तान के विकास के प्रति मित्र देशों की सद्भावना को उजागर करते हुए अपने वाणिज्यिक ऋण को रोल करके समर्थन का प्रदर्शन किया है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को अपने मित्र देशों से सकारात्मक भावनाएं हैं, जो देश की प्रगति को देखने की सामूहिक इच्छा को दर्शाता है।
पीएम ने कहा कि पिछली सरकार ने आईएमएफ के साथ समझौते का उल्लंघन किया था। देश ने एक साल के लिए राजनीतिक अस्थिरता का अनुभव किया है, जो आज भी जारी है। उन्होंने कहा कि इस मौजूदा अस्थिरता ने कीमतों में वृद्धि में और योगदान दिया है। शरीफ ने उन निवेशकों के महत्व को रेखांकित किया है, जो स्वेच्छा से जोखिम उठाते हैं और पाकिस्तान में निवेश करते हैं।