अवधनामा संवाददाता
रुदौली,अयोध्या। थाना पटरंगा पुलिस ने प्रापर्टी डीलर को धमकी देकर पांच लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाले वांछित गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार पटरंगा पुलिस द्दारा अपराध नियंत्रण व अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा थी। तभी मुखबिर द्दारा सूचना मिली कि प्रापर्टी डीलर को धमकी देकर पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने वाला वांछित अभियुक्त कहीं जाने के लिए दुल्लापुर मोड़ के पास खड़ा है।सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष पटरंगा ओमप्रकाश,उपनिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद आर्या व का0 अमरेश यादव व सौरव कुमार की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अभियुक्त अश्वनी कुमार यादव पुत्र राम सजीवन यादव निवासी ग्राम नेवरा थाना मवई को दुल्लापुर रोड के निकट मवई चौराहा से गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार किए गए अभियुक्त को पंजीकृत अभियोग में उल्लिखित आरोपों के आधार पर अश्वनी कुमार उपरोक्त के द्वारा वादी से ग्राम नेवरा एवं रानीमऊ में प्रापर्टी को लेकर साढे तीन लाख रुपये धमकी देकर वसूली की गयी थी एवं मवई चौराहे के निकट एक जमीन
द्दारा संजय कुमार यादव निवासी गनौली थाना पटरंगा से एक जमीन की सौदेबाजी को लेकर अभियुक्त द्दारा धमकी देकर पांच लाख रुपए की मांग की जा रही थी जिसमे अभियुक्त के द्दारा वादी को धमकी दिया गया कि अगर पांच लाख रुपये रंगदारी के रूप में नहीं दिया तो मवई चौराहे पर आग लगवाकर कानपुर बना दूंगा।उक्त घटना के सम्बन्ध मे वादी मुकदमा द्वारा वरिष्ठ अधिकारियो से शिकायत की गयी जिसमे प्रथम दृष्टया जांचोपरान्त मामला सत्य पाये जाने पर अभियोग पंजीकृत कर मुकदमा उपरोक्त की विवेचना प्रारम्भ की गयी। थानाध्यक्ष पटरंगा ओमप्रकाश ने बताया कि उपरोक्त की विवेचना के दौरान उपलब्ध साक्ष्यो के आधार पर अभियुक्त अश्वनी कुमार उपरोक्त को गिरफ्तार किया गया है।उसके सम्बन्ध में स्थानीय लोगो एवं पीड़ित द्वारा बताया गया कि अभियुक्त अश्वनी कुमार लोगो को डरा धमकाकर ब्लैकमेलिंग करके पैसे की मांग करता है तथा न देने वालो के विरुद्ध अधिकारियो के समक्ष झूठी शिकायते करके लोगो को उकसाकर फौजदारी करता है।अपने ऊंचे रसूख के बल पर लोगो से जबरन धन उगाही करके अपने मंहगे शौक पूरा करता है और उसी के द्वारा अपना एक गैंग तैयार कर लोगो को ब्लैकमेल करता है व पुलिस प्रशासन के समक्ष शिकायत करने पर उनको जानमाल की धमकी देता है।उन्होंने बताया कि अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है उसके विरुद्ध आरोपो के आधार पर साक्ष्य संकलित कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।