- प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को भविष्य के तकनीकी कौशल के साथ रोजगार के लिए तैयार करना
- हैसैमसंग इनोवेशन कैम्पस प्रोग्राम के तहत, 2023 में भारत के 8 शहरों में 3000 कमजोर वर्ग के युवाओं को एआई, आईओटी, बिग डाटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में किया जाएगा कौशल प्र
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के 383 छात्रों ने अपने पहले बैच के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग पाठ्यक्रमों को पूरा किया है। इसके साथ ही, सैमसंग ने भारत का मजबूत भागीदार बनने, देश के युवाओं को सशक्त बनाने और कंपनी के दृष्टिकोण #PoweringDigitalIndia को मजबूत करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।
सैमसंग इनोवेशन कैम्पस के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय के कुल 775 छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले बैच के 383 छात्रों में से 110 को एआई में, 62 को आईओटी में, 51 को बिग डेटा में और 160 को कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में प्रशिक्षित किया गया है। छात्रों को माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पूर्णता प्रमाण पत्र सौंपे गए।
इस अवसर पर बोलते हुए, योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश ने कहा, “युवाओं का कौशल विकास करना उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। हम सैमसंग की इस पहल का स्वागत करते हैं, जो हमारे छात्रों को रोजगारोन्मुख भविष्य के तकनीकी कौशल प्रदान करेगी। सैमसंग कई वर्षों से उत्तर प्रदेश का मजबूत भागीदार रहा है और यह कार्यक्रम हमारी इस भागीदारी को और मजबूत करेगा।”
दीक्षांत समारोह में नंद गोपाल गुप्ता, माननीय उद्योग विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार; दुर्गा शंकर मिश्रा, मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार; मनोज कुमार सिंह, कृषि उपज आयुक्त, उद्योग एवं अधोसंरचना विकास आयुक्त, उत्तर प्रदेश सरकार; प्रो. आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, डा. अभिलाषा गौर, सीओओ (कार्यवाहक सीईओ), ईएसएससीआई, भी उपस्थित थे। सैमसंग की ओर से जेबी पार्क, प्रेसिडेंट और सीईओ, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया, ह्यून किम, कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया और श्री पार्थो घोष, हेड, सीएसआर एवं संचार, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया उपस्थित थे।
जेबी पार्क, प्रेसिडेंट और सीईओ, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा, “सैमसंग को भारत में काम करते हुए 27 साल हो गए हैं और इस समय उत्तर प्रदेश सैमसंग के लिए विनिर्माण और अनुसंधान आधारित पहल का एक प्रमुख केंद्र है। हम भारत और उत्तर प्रदेश के विकास यात्रा में एक प्रतिबद्ध भागीदार हैं। सैमसंग इन्नोवेशन कैम्पस के माध्यम से, हमारा लक्ष्य उत्तर प्रदेश के युवाओं को भविष्य की तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षित करना और राज्य के विकास में योगदान देने के साथ ही डिजिटल इंडिया को सशक्त बनाने के अपने दृष्टिकोण को मजबूत करना है।”
उन्होंने कहा, “हम उत्तर प्रदेश में अधिक छात्रों और अधिक विश्वविद्यालयों के लिए कार्यक्रम का विस्तार करना चाहते हैं।”
सैमसंग इंडिया ने भविष्य की तकनीकी क्षेत्रों जैसे एआई, आईओटी, बिग डेटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में 3000 कमजोर वर्ग के युवाओं को कुशल बनाने और उन्हें बेहतर रोजगार अवसर हासिल करने में मदद करने के उद्देश्य से देशभर के 8 स्थानों पर अपना सैमसंग इन्नोवेशन कैम्पस प्रोग्राम शुरू किया है।
सैमसंग इन्नोवेशन कैम्पस का लक्ष्य 18 से 25 वर्ष के युवाओं को भविष्य की तकनीकी में कौशल प्रदान करना और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना है। ये चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए प्रमुख प्रौद्योगिकी कौशल हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSC), जो राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा अनुमोदित इकाई है, अपने अनुमोदित प्रशिक्षण और शिक्षा भागीदारों के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के माध्यम से इस कार्यक्रम को चला
रही है।
प्रोग्राम में पाठ्यक्रमों के दौरान, प्रतिभागियों को देशभर में ESSCI के अनुमोदित प्रशिक्षण और शिक्षा भागीदारों के माध्यम से प्रशिक्षक के नेतृत्व में कक्षा प्रशिक्षण प्राप्त होता है।
कार्यक्रम में नामांकित युवा कक्षा प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा और कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग में से चयनित अपने प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अपने हाथों में लिए गए प्रोजेक्ट्स को पूरा करेंगे। उन्हें अपनी रोजगार क्षमता बढाने के लिए सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और संबंधित संगठनों में जॉब प्लेसमेंट प्रदान किया जाएगा।
एआई कोर्स का चयन करने वालों को 270 घंटे के थ्योरी प्रशिक्षण से गुजरना होगा और 80 घंटे का प्रोजेक्ट वर्क पूरा करना होगा, जबकि आईटी या बिग डेटा कोर्स करने वालों को 160 घंटे के प्रशिक्षण के साथ 80 घंटे का प्रोजेक्ट वर्क पूरा करना होगा। कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग पाठ्यक्रम का चयन करने वाले प्रतिभागियों को 80 घंटे का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और एक हैकाथॉन का हिस्सा बनेंगे।
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों ने उद्योग अनुरूप विषयों पर कैपस्टोन प्रोजेक्ट सहित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा में अपने पाठ्यक्रम को पूरा किया है। कोडिंग एंड प्रोग्रामिंग के छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित 3 दिवसीय हैकाथॉन में भाग लेने सहित अपना पाठ्यक्रम पूरा किया है, जहां उन्होंने उन्हें दी गई प्रॉब्लम स्टेटमेंट के आधार पर कोड विकसित किए।