अमित शाह भारत-बांग्लादेश सीमा पर पहुंचे:कहा- हमारे संबंध कोई नहीं तोड़ सकता; टैगोर की जन्मस्थली जाकर श्रद्धांजलि दी
कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल का दौरा किया। उन्होंने सुबह कोलकाता के जोरासांको ठाकुरबारी में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
शाह ने बाद में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में इंटीग्रेटेड-चेक पोस्ट पेट्रापोल में लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और बीएसएफ के कुछ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया। गृह मंत्री अमित शाह ने बॉर्डर पर बुनियादी ढांचे और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बीएसएफ के कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया।
बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित एकीकृत जांच चौकी (आइसीपी) पेट्रापोल में आयोजित कार्यक्रम में लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया और बीएसएफ की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास के मौके पर शाह ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच गहरे संबंध हैं। हमारी संस्कृति, धर्म, रीति-रिवाज और जीवन शैली हजारों वर्षों से आपस में जुड़ी हुई है। कोई भी बांग्लादेश के साथ हमारे संबंधों को कभी नहीं तोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने बांग्लादेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बीएसएफ के योगदान को याद करते हुए शाह ने कहा कि 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में बीएसएफ ने एक प्रमुख भूमिका निभाई है। पड़ोसियों के साथ संबंधों को मजबूत करने में लैंड पोट्र्स अथारिटी आफ इंडिया की भूमिका की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में प्राधिकरण के माध्यम से 18,000 करोड़ रुपये का व्यापार अब 30,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है बल्कि हमारी सीमाओं पर राष्ट्र के एक राजदूत के रूप में भी कार्य करता है। यह हमारे पड़ोसियों के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है।
शाह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 2014 से सीमा के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में सुधार पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, हमारी सीमा सुरक्षा नीति स्पष्ट है। हम सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर चाहते हैं। सीमा क्षेत्रों के गांवों में देश के बाकी गांवों की तरह कल्याणकारी योजना की सुविधाएं पहुंचे और गांवों की कनेक्टिविटी अच्छी करने की दिशा में भी हम काम कर रहे हैं। व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भी सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूत बुनियादी ढांचा और बेहतर संपर्क जरूरी है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने देश की सीमाओं की रक्षा में बीएसएफ की भूमिका की सराहना की। इस मौके पर शाह ने पेट्रापोल में नवनिर्मित पुलिस स्टेशन का उद्घाटन के साथ आइसीपी में मैत्री द्वार के शिलान्यास के अलावा यहां से बीएसएफ के दक्षिण बंगाल एवं उत्तर बंगाल फ्रं टियर के नवनिर्मित कई सीमा चौकियों और अन्य इमारतों का भी वर्चुअल उद्घाटन किया। कार्यक्रम में बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) डा सुजाय लाल थाउसेन समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान गृह मंत्री ने बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की।
भारत और बांग्लादेश की दोस्ती काफी गहरी
भारत और बांग्लादेश के आपसी संबंधों को लेकर अमित शाह ने कहा, भारत, बांग्लादेश के साथ गहरे संबंध साझा करता है। हमारी संस्कृति, धर्म, रीति-रिवाज और जीवनशैली हजारों सालों से आपस में जुड़ी हुई है। कोई भी बांग्लादेश के साथ हमारे संबंधों को कभी नहीं तोड़ सकता है। भारत ने बांग्लादेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लैंड पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की भूमिका अहम
पड़ोसियों के साथ संबंधों को मजबूत करने में लैंड पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की भूमिका की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में एलपीएआई के माध्यम से 18,000 करोड़ रुपये का व्यापार अब 30,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। एलपीएआई न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है बल्कि यह हमारे पड़ोसियों के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में भी मदद करता है। गृह मंत्री ने लैंड पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की भूमिका की सराहना की और इसे काफी महत्वपूर्ण बताया।
बॉर्डर के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में सुधार
अमित शाह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 2014 से सीमा के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी में सुधार पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, हमारी नीति स्पष्ट है। हम व्यापार और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूत बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर कनेक्टिविटी चाहते हैं। उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा में क्चस्स्न की भूमिका की भी सराहना की।
अमित शाह ठाकुरबारी में रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली भी घूमे
भारत-बांग्लादेश सीमा पर जाने से पहले अमित शाह कोलकाता में ठाकुरबारी में रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली गए थे। यहां उन्होंने पहले टैगोर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए, फिर उनके निवास का भ्रमण किया। यहां शाह ने टैगोर की पुरानी तस्वीरों को प्रणाम किया और कविताओं को पढ़ा। बता दें रवींद्रनाथ टैगोर को उनके कविता संग्रह गीतांजलि के लिए 1913 में नोबेल पुरस्कार मिला था। उन्होंने भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के राष्ट्रगान की भी रचना की।
भाजपा आई तो रामनवमी की रैलियों पर हमला नहीं होगा:बंगाल में शाह बोले- भाजपा दीदी के हिटलर जैसे शासन को चलने नहीं देगी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 14 अप्रैल 2023 को पश्चिम बंगाल के दो दिन के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान शाह ने बीरभूम में जनसंपर्क समावेश रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा 2024 में राज्य में 35 से ज्यादा सीट जीतकर सत्ता में आई, तो कोई भी रामनवमी की रैलियों पर हमला करने की हिम्मत नहीं करेगा। भारतीय जनता पार्टी ममता दीदी के हिटलर जैसे शासन को नहीं चलने देगी।