अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। मुख्यमंत्री स्वयं के राज में सुरक्षित महसूस करते हैं, इसलिए बार-बार सुरक्षा बढाई जा रही है कालीदास मार्ग बंद कर दिया गया है।
यह बात आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से देते समय कही गई। ज्ञापन में लिखा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है न्यायपालिका की स्वायत्ता खतरे में है प्रदेश में अपराध बढे हैं पुलिस की अभिरक्षा में हत्याएं तक हो रही हैं पुलिस और अपराधी दोनों निरंकुश है।
15 अप्रैल 2023 की रात में पुलिस हिरासत में जिस तरह से दो लोगों की गोली मार कर हत्या की गयी उसने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है वारदात के समय मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल द्वारा हमलावरों के विरुद्ध कोई भी प्रतिक्रिया नहीं की गयी और हमलावर बेख़ौफ़ होकर हत्या करने में सफल हुए हत्यारों ने हत्या करने के बाद जो नारे लगाये और सरकार के जिम्मेदार मंत्रियों द्वारा इस अपराधिक घटना के बाद जो बयान दिए जा रहे हैंए उससे सांप्रदायिक नफरत पैदा करने की कोशिश स्पष्ट नजर आ रही है इससे पहले बलिया में एक छात्र नेता को गुंडों ने दौड़ा.दौड़ा कर मार डाला किन्तु पुलिसे द्वारा अपराधियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी फर्जी एनकाउंटर द्वारा आरोपितों की पुलिस द्वारा हत्या की घटनाएँ हो रही हैं इन्डियन एक्सप्रेस की रिपोर्टों के अनुसार प्रदेश की पुलिस द्वारा अब तक 183 एनकाउंटर किये जा चुके है योगी सरकार न्यायपालिका को दरकिनार कर खुद ही दंड दे रही है बयानों में मुख्यमंत्री इस बात को साबित भी करते हैं।
दूसरी तरफ कमजोर वर्गों दलितों अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हमले और उनका उत्पीडन लगातार बढ़ रहा है जिसकी खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित होती रहती हैं पुलिस थाने भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं वहां पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं होती है।
ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में रणधीर सिंह सुमन सदस्य राज्य कौंसिल जिला सचिव बृजमोहन वर्मा शिवदर्शन वर्मा राज्य कौंसिल सदस्य प्रवीण कुमार किसान सभा अध्यक्ष-विनय कुमार सिंह रामनरेश वर्मा राजेन्द्र बहादुर राना दीपक शर्मा मिथिलेश कुमार जितेंद्र श्रीवास्तव संदीप कुमार सच्चिदानंद श्रीवास्तव महेंद्र यादव सर्वेश यादव संदीप वर्मा आदि प्रमुख कम्युनिस्ट थे।