अवधनामा संवाददाता
दीवानी न्यायालय संघ ने समस्याओं के जल्द निस्तारण की उठायी मांग
ललितपुर। प्रदेश के न्यायालय कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का समाधान न होने तथा उस पर मा.उच्च न्यायालय इलाहाबाद व शासन द्वारा कोई निर्णय न लिये जाने के कारण प्रदेश संघ के आह्रवान पर न्यायिक कर्मचारियो की व्यथा अभिव्यक्ति/ सांकेतिक विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन के पांचवे दिन आज फिर से संघ के बैनर तले जनपद न्यायालय के कर्मचारियों ने न्याय भवन के सामने एक-दूसरे को काला- फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी ने प्रमुख मांगो पर जोर दिया। आडिटर जितेन्द्र शर्मा ने कहा कि भर्ती का न्यूनतम ग्रेड पे 2800 हो तथा 4600 ग्रेड वेतन के पदो को राजपत्रित प्रतिष्ठा प्रदान की जाये। सचिव फरहान ने कहा कि मृतक आश्रितों को उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर तृतीय श्रेणी में नियुक्त दी जाये। विपिन कुमार ने कहा कि लंबित अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के प्रार्थना पत्रो पर शीघ्र सुनवाई हो। धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि एक स्वच्छ स्थानातंरण पोलिसी बने जिससे दूर-दराज के कर्मचारियो को अपने गृह जनपद या पास के जनपद में काम करने का मौका मिले तथा वह अपने काम के साथ-साथ परिवार पर भी ध्यान दे सके। जगदीश त्रिपाठी ने कहा कि संविदा कार्मिको की वेतनवृद्धि व नियमतीकरण हो व तदर्थ कार्मिको को समान सेवाकाल प्राप्त हो। रवि श्रीवास्तव ने कहा कि न्याय अनुभाग में लंबित पत्रावलियो का शीघ्र निस्तारण हो। नारायण ने कहा कि न्यायालय में मानक के अनुरूप न्यायिक कर्मचारी नही है जिससे नियुक्त कर्मचारियो को मानक से तीन से पांच गुना अधिक कार्य करना पड़ रहा है। नये कर्मचारियो की शीघ्र नियुक्ति हो, जिससे कर्मचारियो पर अनावश्यक बोझ न पड़े। अंत में शाखा अध्यक्ष शुभम जैन ने कहा कि अगर कर्मचारियो को शीघ्र निस्तारण न हुआ तो पूरे प्रदेश के कर्मचारी एक बृहद आन्दोलन को बाध्य होगें। उन्होंने आगे की रणनीति के लिये सभी कर्मचारियो से आगामी 30 अप्रैल को प्रयागराज में आयोजित महासम्मेलन में शामिल होने की अपील की। इस दौरान महेन्द्र सिंह, उमाशंकर शर्मा, जगजीवनराम चौधरी, शिवनारायण रावत, रामबाबू याज्ञिक, छोटेलाल, सुशील कुमार, संजय पंथ, लवकुश, रविन्द्र नायक, बृजभान, नदीम, मुकेश दुबे, राजीव पटेल, मनीष सोनकर, उपदेश साहू, प्रकाश सेन आदि उपस्थित रहे।