अवधनामा संवाददाता
सुल्तानपुर। विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर जिला महिला चिकित्सालय में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का ओजजन किया गया।शिविर को संबोधित करते हुए अपर जिला अध्यक्ष व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अभिषेक सिन्हा ने मौजूद महिलाओं, चिकित्सकों व पैरास्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि मां का स्वस्थ रहना ही बच्चों के सर्वांगीण विकास पर निर्भर करता है। जब व्यक्ति स्वस्थ होगा तो उसके विचार अच्छे होंगे। इसलिए हम सभी को चाहिए कि स्वस्थ रहने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर दी जाने वाली जानकारियों के हिसाब से अपने प्रति जागरूक रहें।जिला महिला चिकित्सालय में आयोजित विश्वास दिवस पर गोष्ठी को सीएमएस जिला महिला अस्पताल डॉ0 बी0के0 सोनकर ने संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य का स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को नित्य मेहनत की जरूरत के साथ साथ ध्यान देने की जरूरत होती है। स्वस्थ घर v परिवार के निर्माण के लिए व्यक्ति का स्वस्थ रहना जरूरी है। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ 0एस0के गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो तो निश्चित तौर पर समाज में आने वाली नई पीढ़ी और अधिक जागरूक होगी। बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आर0के0 यादव ने अपने संबोधन में कहा कि अधिकार के बारे में तो सभी बात करते हैं लेकिन उनके कर्तव्य क्या है इस पर ध्यान देने की जरूरत है। डॉ0 यादव ने कहा कि जब हम अपने मरीज को लेकर अस्पताल आए तो अधिकार के साथ कर्तव्य का भी ध्यान रखें। अस्पताल में समय से पहुंचे और अपने अधिकारों को प्राप्त करें। बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश ने अपने संबोधन में कहा कि मां के गर्भ में बच्चों के आने से ही दोनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। इसके लिए परिवार के सभी व्यक्ति व महिलाएं जागरूक रहें तभी स्वस्थ समाज का निर्माण संभव है । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिवक्ता अमित पांडेय ने भी अपने संबोधन में अधिकार के साथ-साथ कर्तव्य का भी पालन करने का महिलाओं व मौजूद लोगों से आवाहन किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह अधिकार की जानकारी हम सभी रखते हैं उसी तरह अपने कर्तव्यों का बोध भी कराते रहे। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरालीगल वालंटियर सतीश कुमार पांडेय, अनुज विश्वकर्मा, मंदाकिनी मिश्रा, श्रीमती सोनी, श्रीमती अंजू सिंह, कृष्ण कुमार उपाध्याय, योगेश यादव, सर्वेश सिंह, श्रवण कुमार, फिरदौस बानो आदि मौजूद रहे।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर जिला महिला चिकित्सालय में आयोजित जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए चिकित्सक डॉक्टर आस्था त्रिपाठी ने महिलाओं को गर्भधारण से लेकर डिलीवरी तक के समय के बारे में महिलाओं को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इस दौरान समय-समय पर गर्भधारण से लेकर डिलीवरी तक चेकअप, टीकाकरण व देखरेख के बारे में उपस्थित महिलाओं को बताया। कहा कि इसके अलावा महिलाएं बाल्या अवस्था के बाद जब युवावस्था में हो तो अपने स्वास्थ्य के प्रति वह जागरूक रहें और नि: संकोच डॉक्टरों से सलाह लेती रहें। साफ सफाई का विशेष ध्यान दें तथा आयरन और कैल्शियम की गोली को अवश्य सेवन करें। जिससे युवा अवस्था में महिलाओं को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। सरकार द्वारा संचालित योजनाओं व मिलने वाले सहूलियत का लाभ वह अवश्य लें जिससे वह स्वस्थ रह सकें।