इस्लामाबाद। पाकिस्तान और चीन के बीच व्यापारिक संबंधों में और तेजी लाने के लिए तीन साल से बंद खुंजराब दर्रा को फिर से खोल दिया गया है। इसे कोरोना महामारी के दौरान वर्ष 2020 में बंद कर दिया गया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे लेकर प्रसन्नता जताई है। उन्होंने इसे चीन पाकिस्तान इकोनामिक कारिडोर का महत्वपूर्ण स्तंभ बताया है।
सामान्य तौर पर एक अप्रैल से 30 नवंबर तक खुलता है
व्यापार मार्ग को खोलने के साथ ही दोनों ओर के अधिकारियों की ओर से निर्देश दिया गया है कि कोविड संबंधित सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। यह दर्रा सामान्य तौर पर एक अप्रैल से 30 नवंबर तक खोला जाता रहा है। यह एक दिसंबर से 31 मार्च तक सर्दी की वजह से बंद रहता है। हालांकि, तत्काल जरूरतों और अन्य आपूर्तियों के साथ-साथ आसान कस्टम क्लीयरेंस को देखते हुए इस वर्ष इसे दो बार अस्थायी रूप से खोला गया था। यह 30 जनवरी से 10 फरवरी के बीच खुला था।
कर्मचारियों की ओर से चौबीसों घंटे किया गया काम
इस दौरान 128 सीमापार कर्मियों के दौरे और 6,000 टन से अधिक माल निर्यात की सुविधा प्रदान की गई थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बेहद ठंडे मौसम, भारी बर्फ और आक्सीजन की कमी सहित अन्य कठिनाइयों के बावजूद कार्गो के परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों की ओर से चौबीसों घंटे काम किया गया। 4,693 मीटर ऊंचा खुंजराब दर्रा दुनिया में सबसे ऊंचा अंतरराष्ट्रीय बार्डर क्रासिंग है। यह काराकोरम राजमार्ग पर उच्चतम बिंदु है।
पाकिस्तान और चीन के बीच व्यापार के लिए तीन साल बाद खुला खुंजराब दर्रा, 2020 में किया गया था बंद
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