496 अधिकारियों को सीएम योगी ने दिए जॉइनिंग लेटर:आवास और शहरी नियोजन विभाग को सबसे ज्यादा 78 नए अफसर मिले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी लोकसेवा आयोग के 496 अभ्यर्थियों को सौंपे नियुक्ति पत्र
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से विभिन्न पदों पर चयनित 496 अभ्यर्थियों को गुरुवार को लोक भवन में आयोजित समारोह में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कार्मिक विभाग की ओर से विकसित कराए गए ई-अधियाचन पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को आपसे बहुत उम्मीदें और अपेक्षाएं हैं। आम आदमी तक सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के पहुंचाने में आपकी बड़ी भूमिका होगी। आपको जनसुनवाई करनी होगी। यह भी देखना होगा कि जनता को कोई परेशानी न हो, उसका किसी भी तरह से उत्पीडऩ न हो। उसे योजनाओं का लाभ ससमय मिल सके।
योगी ने नवचयनित अभ्यर्थियों से कहा कि आपको एक संवेदनशील प्रशासन देने के लिए खुद को तैयार करना होगा। प्रारंभिक 10 वर्षों में अपनी मेहनत से आप विभाग और समाज में अपनी जितनी अच्छी पहचान बना सकेंगे तो आपकी नींव भी उतनी ही मजबूत होगी। उस नींव पर बनने वाला भवन भी उतना ही टिकाऊ होगा। यदि प्रारंभिक 10 वर्षों में ही आप पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप लगने लगेंगे तो आपको कभी भी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
सीएम योगी गुरुवार को लोकभवन में आयोजित लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के नवचयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण एवं ई-अधियाचन पोर्टल का उद्धघाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लगभग 500 नवचयनित युवा अधिकारियों को नवरात्रि के शुभ अवसर पर नियुक्ति पत्र मिलने पर राज्य शासन की ओर से शुभकामनाएं एवं बधाई दी। सीएम योगी ने कहा कि 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने एक नई छलांग लगाई है। छह वर्ष पहले इन्हीं नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। अब इन युवाओं को देश के किसी भी राज्य में अपने राज्य के बारे में बताने से कोई हिचक नहीं होती।
सीएम योगी ने कहा कि ये वही राज्य है जहां विकास के कार्यों में माफिया हावी होते थे। नियुक्ति और ट्रांसफर प्रक्रिया ताश के पत्तों की तरह फेंटी जाती थी। ये वही प्रदेश है जहां हर तीसरे दिन दंगा होता था। निवेश नहीं आता था। निवेशक अपने संस्थान बंद करके जाने लगे थे। कोई नहीं मानता था कि उत्तर प्रदेश कभी सुधरेगा, लेकिन आज तस्वीर बदली है। अब गांव और शहर हर क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहा है। युवा शक्ति जो पलायन करने पर मजबूर थी,आज जब उन्हें अपने प्रदेश में सम्मान मिल रहा है तो बदली हुई तस्वीर हम सबके सामने है।
सीएम योगी ने कहा कि पिछले छह वर्षों में हमारी सरकार ने एक करोड़ 61 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने में सफल रही है। 60 लाख से ज्यादा युवा उद्यमियों को अपना स्टार्टअप,अपना काम शुरु करने के लिए सहायता प्रदान की गई है। आज वो बहुत अच्छे ढंग से अपना कार्य कर रहे हैं। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से सरकार की अपेक्षा के बारे में बताते हुए कहा कि इसका ध्यान रखें कि जनता को आप के कार्यों का लाभ मिले। हमको जनसुनवाई के लिए तैयार होना होगा। सरकारी सेवा के आने वाले दस वर्ष आपके कार्यों का आधार साबित होंगे। इन वर्षों में आप अपना व्यवहार जन भावनाओं के अनुरूप बनाएंगे तो सरकारी सेवा का भवन उतना ही मजबूत होगा।
आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में 43 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। प्रदेश में एक तरफ जहां शासकीय सेवाओं में नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ निजी क्षेत्र में भी नौजवानों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने चयनित अभ्यर्थियों से सरकार की अपेक्षा के बारे में बताते हुए कहा कि नवनियुक्त अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि जनता को उनके कार्यों का लाभ मिले।
उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा के आने वाले दस वर्ष उनके कार्यों का आधार साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि छह वर्ष पहले प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। अब इन युवाओं को देश के किसी भी राज्य में अपने राज्य के बारे में बताने से कोई हिचक नहीं होती। उन्होंने कहा कि ये वही राज्य है जहां विकास के कार्यों में माफिया हावी होते थे। नियुक्ति और स्थानांतरण की प्रक्रिया ताश के पत्तों की तरह फेंटी जाती थी। ये वही प्रदेश है जहां हर तीसरे दिन दंगा होता था। निवेश नहीं आता था। निवेशक अपने संस्थान बंद करके जाने लगे थे। कोई नहीं मानता था कि उत्तर प्रदेश कभी सुधरेगा, लेकिन आज तस्वीर बदली है।
43 कैंडिडेट मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना में पढ़े
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में शासकीय सेवाओं में नियुक्ति प्रक्रिया चलाई जा रही है। वहीं दूसरी ओर निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। छह सालों में एक करोड़ 61 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार दिए गए। 60 लाख से ज्यादा युवा उद्दमियों को अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए सहायता की जा रही है। मुझे आपको बताते हुए खुशी है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में 43 ऐसे अभ्यर्थी थे जो मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना से चयनित हुए।
आवास और शहरी नियोजन में सबसे ज्यादा 78 जॉइनिंग लेटर
जिन अभ्यर्थियों को जॉइनिंग लेटर दिया गया है, उनमें सबसे ज्यादा 78 जॉइनिंग लेटर आवास और शहरी नियोजन विभाग से संबंधित हैं। ष्टरू ने यहां सहायक सिविल अभियंता, सहायक विद्युत अभियंता और आवास विकास परिषद के अभियंता जैसे पदों पर सफल अभ्यर्थियों को जॉइनिंग लेटर दिया। इसके अलावा 60 अभ्यर्थियों को औद्योगिक विकास विभाग के तहत प्रबंधक (प्रशासन/सामान्य), वित्त और लेखाधिकारी, सहायक भंडार क्रय अधिकारी पदों के लिए जॉइनिंग लेटर दिए। साथ ही 52-52 अभ्यर्थियों को राजस्व और नियुक्ति विभाग के जॉइनिंग लेटर दिए। राजस्व में जहां नायब तहसीलदार के लिए तो वहीं नियुक्ति विभाग में डिप्टी कलेक्टर के लिए जॉइनिंग लेटर दिए गए। इसके अलावा पशुधन और दुग्ध विकास विभाग के लिए भी 50 पदों पर पशु चिकित्साधिकारी का जॉइनिंग लेटर दिया गया। लोक निर्माण विभाग में भी 44 अभ्यर्थियों को भी सहायक अभियंता के पदों के लिए जॉइनिंग लेटर दिया।
कई विभागों को मिलेंगे अधिकारी
अन्य की बात करें तो 31-31 पदों पर कारागार प्रशासन और सुधार विभाग (उप कारापाल एवं अधीक्षक कारागार), स्टाम्प एवं पंजीयन विभाग (उप निबंधक) और ग्राम्य विकास विभाग (खंड विकास अधिकारी) के अभ्यर्थियों को भी जॉइनिंग लेटर दिया गया। गृह विभाग में 29 पदों (पुलिस उपाधीक्षक एवं अग्निशमन अधिकारी) पर, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति में 15 पदों (सहायक सिविल/यांत्रिकी अभियंता), ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में 12 पदों (सहायक सिविल अभियंता) और नगर विकास विभाग में 11 पदों (सहायक अभियंता/अधिशासी अधिकारी श्रेणी-1/सहायक नगर आयुक्त) में सफल अभ्यर्थियों को जॉइनिंग लेटर दिए गए। इस कार्यक्रम के जरिए कुल 13 विभागों को नए अधिकारी मिले।