अवधनामा संवाददाता
पीड़ितों ने जांच कर की कार्यवाही की मांग
बांदा। जसपुरा क्षेत्र के सिकहुला ग्राम प्रधान और सचिव गरीबों का जीना दुसवार किए हुए हैं। दोनो एक ही बिरादरी होने के कारण अपनी मनमानी कर रहे हैं। विकास के लिए आने वाली धनराशि को ठिकाने लगाने के साथ ही आवास मे भी काफी घपला करते हैं। कालोनी के नाम पर दोनो मिलकर जमकर अवैध वसूली कर रहे हैं। अगर किसी ने विरोध किया तो प्रधान का भाई लाठी लेकर उनके घरों में जाकर बेइज्जत करता है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई। लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाही नहीं हुई। यही कारण है कि प्रधान और सचिव खुलेआम सरकारी धनराशि को लूटने के बाद आवास के नाम पर गरीबों से अवैध वसूली कर रहे हैं। जो पैसा नहीं देता तो उनके नाम पात्रता सूची से हटाकर आपात्र कर दिया जाता है। बहुत से ऐसे गरीब हैं जिनके पास रहने की जगह नहीं है। कच्चे खपरैलदार मकान में रह रहे हैं। लेकिन कालोनी के लिए तरसते हैं। कालोनी के नाम पर प्रधान का भाई घर-घर जाकर पैसा मांगता है। एक महिला ने बताया कि उसके पांच बच्चे हैं। जिनमें लड़कियां सयानी हो गई हैं और शादी करने लायक हैं। कालोनी के लिए प्रधान और सचिव से गुहार लगाई, लेकिन उन्होने 20 हजार रुपए मांगे, न देने पर आज तक कालोनी नहीं मिली। एक ही खपरैलदार कच्चे कमरे में पूरा परिवार रहने को मजबूर हैं । उच्चाधिकारियों से शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं। ग्रामीण बताते हैं कि प्रधान सचिव एक ही बिरादरी के होने के कारण जो मन में आता है वही करते हैं। गांव में विकास नाम की कोई चीज नहीं है । अगर जांच कराई जाए तो बडे पैमाने पर घपलेबाजी उजगार हो सकती है। गांव के रुकसाना, मगबूल, सरस्वती, मीरा आदि ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से सचिव को हटवाए जाने एवं जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करवाए जाने की मांग की।