अवधनामा संवाददाता
रूपयों के दम पर पात्रों को किया अपात्र व अपात्र को बनाया पात्र
बांदा। ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर एवं बेसहारा लोगों के लिए चलाई गई प्रधानमंत्री आवास योजना ग्राम पंचायत सहेवा में प्रधान और सचिव के भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई। यहां पर झुग्गी, झोपड़ी में रहने वाले लोगां को योजनाओं के लाभ मिलना तो दूर उनको सचिव और प्रधान ने बिना चढ़ौनी के आवास न मिलने को कहकर भगा दिया। उल्टा सबल लोगों को प्रधान और सचिव ने अवैध तरीके से धन की उगाही करते हुए पात्र बनाकर आवास थमा दिये। पीड़ितों ने प्रशासन से जांच कर दोषियों पर कार्यवाही व उन्हें आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की हैं।
ग्राम पंचायत सहेवा में हमारी टीम ने जब दौरान किया तो वहां पर पिछले पांच दशकों से घास-फूस की झोपड़ी बनाकर रह रहे आत्माराम यादव पुत्र राजा, लल्लू यादव पुत्र जगदेव, राजबहादुर व उर्मिला पत्नी लल्लू ने बताया कि उनको किसी भी प्रकार की सरकारी मदद नहीं मिली है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए प्रधान और सचिवों के कई बार चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। बल्कि गांव में हल्के प्रजापति पुत्र जुगुनुवा अपनी पक्की छत के ऊपर ही सरकारी धन से कालोनी बना रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीणों ने प्रधान और सचिव पर अवैध तरीके से प्रधानमंत्री आवास और सरकारी कालोनी के नाम पर दस से बीस हजार रूपये प्रति व्यक्ति सुविधा शुल्क मांगे जाने का आरोप लगाया है। कहा कि जिन लोगों ने रूपया दे दिया है उनको अपात्र होते हुए भी पात्र बना दिया गया है। जबकि जो पात्र हैं उन्हें अपात्र बताकर उनका नाम सूची से काट दिया गया है। पीड़ितां ने कार्यवाही की मांग की है।