अवधनामा संवाददाता
बागवानी व शाकभाजी की खेती की उपयोगिता व प्रचार-प्रसार के निर्देश
ग्राम खांदी के मजरा बरवारी में शाकभाजी प्रक्षेत्र का निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने दिये निर्देश
ललितपुर। जिलाधिकारी आलोक सिंह के द्वारा कृषकों के परम्परागत फसलों में परिवर्तन व उनकी प्रति इकाई आमदनी बढ़ाने तथा जायद के मौसम में बेरोजगारी की समस्या व पलायन को रोकने के उद्देश्य से तालबेहट विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम खांदी के मजरा बरवारी में शाकभाजी प्रक्षेत्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय द्वारा कृषक प्रक्षेत्र पर उपस्थित रामनाथ से जायद में उगायी जा रही फसलों की जानकारी प्राप्त की गयी। रामनाथ द्वारा अवगत कराया गया कि इस प्रक्षेत्र पर खरबूज, तरबूज, खीरा व टमाटर की खेती की जा रही है। इस फसल में लगभग एक लाख रूपये खर्च हुये है माह अप्रैल से उत्पादन प्रारम्भ होने की सम्भावना है। कृषक द्वारा अवगत कराया गया कि उद्यान विभाग से टपक सिंचाई पद्धति का लाभ प्राप्त कर व मल्चिंग विधि का उपयोग कर मैनें पहली बार शाकभाजी की खेती की है हमारे पास सिंचाई हेतु कुॅआ है तथा पानी की भी कमी रहती है इसलिए हम जायद में कोई भी फसल नहीं लेते थे। जिलाधिकारी द्वारा जिला उद्यान अधिकारी को तालबेहट विकास खण्ड में अधिक से अधिक कृषकों को बागवानी व शाकभाजी की खेती की उपयोगिता व प्रचार-प्रसार हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा ग्राम खांदी के ही एक अन्य उद्यान का भी निरीक्षण किया गया मौके पर उपस्थित उपस्थित श्री छोटू रैकवार द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त प्रक्षेत्र पर 500 आंवले के 12 वर्ष पुराने पौधे है जिसके उत्पाद के बेचने की समस्या बनी रहती है इस मौके पर जिलाधिकारी द्वारा जिला उद्यान अधिकारी को पीएमएफएमई योजनान्तर्गत सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना हेतु संबंधित कृषक का आवेदन बैंक में प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया साथ-ही-साथ संबंधित कृषक को उद्यान विभाग में प्रशिक्षण प्राप्त करने का भी सुझाव दिया गया।