अवधनामा संवाददाता
जिलाधिकारी को सौपा ज्ञापन,कहा 2019 से अब तक का नहीं मिला पारिश्रमिक
सोनभद्र/ब्यूरो वित्त बिहीन शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधि मंडल गुरूवार जिालाध्यक्ष प्रबोध कुमार सिंह के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 2023 की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार करने के निर्णय से अवगत कराते हुए एक ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में संघने अवगत कराया की वित्त बिहीन शिक्षको से बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन व परीक्षा में कक्ष निरीक्षक का काम तो कराया जाता है लेकिन 2019 से अब तक उनके पारिश्रमिक का सरकार द्वारा भुगतान नहीं किया गया। प्रदेश में 80 प्रतिशत माध्यमिक शिक्षा में भागीदारी देने वाले वित्तविहीन शिक्षक जो 21000 विद्यालयों में 3.50 लाख लोग भुखमरी के शिकार हैं। तथा मदरसे के आधुनिक शिक्षकों के वेतन का केन्द्रांश का पैसा सरकार भुगतान नहीं कर रही है और पुरानी पेंशन की बहाली के सवाल पर सरकार पुरानी पेंशन देने से इंकार कर रही है । शिक्षकों एवं अवैतनिक शिक्षकों का भुगतान सरकार नहीं कर रही है। इस तरह तमाम समस्याओं से शिक्षक जूझ रहा है जिसके लिए विधान परिषद में भी शिक्षक नेता लाल बिहारी यादव ने सदन में सरकार के सामने रखा जिस पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो सकी जिससे शिक्षक काफी आहत हैं। अपनी समस्याओं को लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए मूल्यांकन का बहिष्कार करने का निर्णय उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट प्रदेश कार्यसमिति ने अपनी 12 मार्च की लिया था। हमारी मांग है कि मान्यता की शर्तों के संशोधन का 26 दिसम्बर 2022 का शासनादेश तत्काल वापस लिया जाए। वित्तविहीन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सरकार सेवा नियमावली बनाकर उचित मानदेय दे । शिक्षकों एवं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाए। शिक्षकों के मूल्यांकन की बकाया पारिश्रमिक भुगतान किया जाए। शिक्षकों व अवैतनिक तदर्थ शिक्षकों को विनियमित किया जाए । मदरसों के आधुनिक शिक्षकों के केंद्रांश का भुगतान तत्काल कराया जाए जैसी समस्याए शामिल रही। प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से संजय सिंह,सुनील कुमार सिंह,सुरेश सिंह,हदीस आलम,सुजीत कुमार सिंह,राजेश सिंह समेत दर्जनों शिकक्षक शामिल रहे।