अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। ब्लॉक मेंहनगर के ग्रामसभा कम्हरिया में बने गौशाला में चारा बिना गोवंश मरने के कगार पर पहुंच रहे हैं। एक दाना भूंसा नही और ना ही खुद्दी व चोकर देखने को मीला है। और कोई इलाज की व्यवस्था नहीं जहां प्रदेश की योगी सरकार गौशाला और गौ माता के पीछे दिन रात काम कर रही है वही ब्लॉक के बीडियो विकाश शुक्ला जी सरकार के मंसूबों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। और इतना ही नही वहाँ के कर्मचारियों ने यह भी बताता है कि एक महिने से भूसा व 10 दिन से चोकर नही है। जिससे साफ जाहिर होता है कि अधिकारी सरकार को बदनाम करने में कहीं से कोई कसर नहि छोड रहे हैं। ग्रामप्रधान सोनिया से पूछा गया तो गैर जिम्मेदराना जैसे बयान दे रही है प्रधान ने कहा की यह हमारी जिम्मेदारी नही है। आखिर कौन है जिम्मेदार ग्राम प्रधान सोनिया पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरा काम नहीं है मैं जाकर क्यों देखूं और आप लोग जब वहां गए हैं तब मेरा आदमी वहां नहीं था इसलिए हम कुछ कह नहीं पाएंगे ग्राम प्रधान सोनिया के बयानों पर सवाल उठता दिख रहा है कि जब एक गांव का प्रधान इस तरह से उसके 1 ग्राम सभा में बने गौशाला को लेकर ऐसा बयान दे रहा है तो यह आईने की तरह साफ है कि गांव की दशा और दुर्दशा में कितना अंतर है शायद यही कारण है कि कम्हरिया गांव में बने गौशाला के पशु चारे बिना मर रहे हैं अब देखने वाली बात यह है कि उत्तर प्रदेश सरकार के योजनाओं पर पानी फेरते हुए ऐसे अधिकारियों और ग्राम प्रधानों पर आजमगढ़ जिला प्रशासन करता है या नहीं या फिर जांच का हवाला देते हुए मामले को ठंडा कर दिया जाएगा अब यह आने वाला समय ही बताएगा कि जिला प्रशासन किस तरीके की कार्यवाही करता है।