अवधनामा संवाददाता
घर बैठे लोगों को विदेशों से मिलेगी चिकित्सीय सलाहः डाॅ0 शावाल
मशीन लर्निंग एवं एम्बेडड सिस्टम पर आयोजित हुआ विशिष्ट व्याख्यान
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में विज्ञान एवं तकनीकी विभाग, भारत सरकार द्वारा स्वीकृत शोध परियोजना के अन्तर्गत भौतिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग में नेशनल यूनिर्वसिटी, मलेशिया के द्वय शिक्षाविद्व वैज्ञानिकों का भ्रमण हुआ। इसमें उन लोगों ने विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल से शिष्टाचार मुलाकात की। नेशनल यूनिर्वसिटी, मलेशिया और अवध विश्वविद्यालय के मध्य निरन्तर शोध सहयोग की चर्चा एवं एमओयू पर सहमति बनी।
विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में आधुनिकतम शोध विषय पर मशीन लर्निंग एवं एम्बेडड सिस्टम पर दोनों प्रोफेसर्स के विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें नेशनल यूनिर्वसिटी के प्रो0 रियाज ने मशीन लर्निंग के उपयोग डाइबिटीज के क्षेत्र में मशीन लर्निंग का प्रयोग करके उनके द्वारा विकसित मशीन और किए जा रहे शोध के बारे में छात्रों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रो0 रियाज ने बताया कि उनके द्वारा विकसित मशीन लर्निंग आधारित उपकरण की विशेषता यह है कि बिना ब्लड सैंम्पल लिए डाइबिटीज के स्तर का सटीक विश्लेषण किया जा सकता है। इसी क्रम में द्वितीय सत्र के व्याख्यान में डाॅ0 शावाल ने एम्बडेड सिस्टम का उपयोग मोबाइल एप एवं इलेक्ट्रानिक उपयोगी उपकरणों के निर्माण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी साझा की। डाॅ0 शावाल ने बताया कि बायोमेडिकल के क्षेत्र में एम्बेडेड सिस्टम की सहायता से अपने शोध के अन्तर्गत विकसित किए गए मोबाइल एप का प्रदर्शन किया। उनके द्वारा विकसित एक स्मार्ट बैंड व मोबाइल की सहायता से मरीज घर बैठे विदेश के डाक्टर से चिकित्सकीय सलाह प्राप्त कर सकता है। कार्यक्रम में भौतिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 अनुपम श्रीवास्तव द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो0 चयन कुमार मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो0 आरके तिवारी, प्रो0 एसएस मिश्र, प्रो0 एसएन शुक्ला, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 गंगा राम मिश्र, प्रो0 तुहिना वर्मा, डाॅ0 पीके द्विवेदी, डाॅ0 वंदना रंजन, डाॅ0 अभिषेक कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।