विद्युत दरों को लेकर सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप

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अवधनामा संवाददाता

आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन कर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

ललितपुर। सरकार द्वारा सस्ती बिजली और किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध न कराये जाने एवं बिजली दरों में होने वाली बेतहाशा वृद्धि को रोकने व ललितपुर में बिजली विभाग के जे.ई. व कर्मचारियों के भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के खिलाफ मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने घण्टाघर पर प्रदर्शन करते हुये प्रदेश की महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन के जरिए भेजा।
ज्ञापन में बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान वर्तमान सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में बिजली को लेकर ये स्पष्ट किया गया था कि चुनाव जीतने के बाद सरकार जनता को सस्ती बिजली और किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएगी, जो की भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में भी शामिल है पर ऐसा नही हुआ। इधर हाल ही में बिजली के दाम घटना तो दूर की बात बल्कि सरकार ने बिजली की दरों में 23 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव भी रख दिया है जिससे जनता पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ेगा और ये प्रस्ताव कहीं से भी स्वीकार करने योग्य नहीं है। वास्तव में देश में 30 प्रतिशत तक कोयले का उत्पादन भी बढ़ा है फिर क्यों बिजली की दरें बढ़ाई जा रही हैं? राज्य सरकार ने जनता और विशेषकर किसान भाइयों के साथ वादाखिलाफी की है और अब उन्हें आर्थिक रूप से पीडि़त किया जा रहा है। बताया कि बिजली समाज के सभी वर्गों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। आम आदमी पार्टी ने आह्वन किया कि उक्त मामले में हस्तक्षेप कर जनता को सस्ती बिजली और किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराए एवं बिजली के दामों में होने वाली बेतहाशा वृद्धि को रोकने की उचित कार्यवाही करें। जिससे आम जनता पर आर्थिक बोझ न पड़े। आम आदमी पार्टी जनता के हितों की रक्षा के लिए सदैव संघर्ष करती रही है और करती रहेगी। बताया कि इस सम्बन्ध में प्रदेश स्तर पर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के नेतृत्व में चेतावनी धरना प्रदर्शन किया गया था, लेकिन समस्या दूर न होने पर विरोध प्रदर्शन व चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष हरदयाल सिंह लोधी एड., विवेक जैन, हरपाल सिंह, दिग्विजय सिंह, बुद्धसिंह बुन्देला, अशोक राजपूत, मीना, मदन जोशी, हनीफ खां, सीताराम, हरीबाई लोधी, रमेश कुमार झां, प्रीति, उमेश सिंह, देवसिंह, जितेन्द्र पटेल, प्रभूदयाल, रामदेवी, सुनीता, अंगूरी के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।

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