अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा हमीरपुर। बसंत पंचमी के अवसर पर मनाया जाने वाला हजरत पीर सुर्खरू बाबा का तीन दिवसीय सालाना उर्स शुक्रवार को कुल की फातेहा के साथ सम्पन्न हो गया इस दौरान हजारों की तादाद में अकीदतमंदों की भीड़ उमडी रही और जगह जगह लंगर का आयोजन किया गया।
कस्बे के मोहल्ला हैदरगंज स्थित हजरत पीर सुर्खरू बाबा रह.का तीन दिवसीय सालाना उर्स धूमधाम से मनाया गया और शुक्रवार को कुल की फातेहा के साथ सम्पन्न हुआ।पीर बाबा के बारे में दो बातें बहुत मसहूर हैं जिनमें पहली बात तो जगजाहिर है कि हजरत का मजार जमीन से करीब फीट की गहराई में स्थित और ऊपर से खुला हुआ है जिसके बारे में लोगों का कहना है कि चाहे एक सप्ताह लगातार बारिश हो लेकिन बारिश का पानी मज़ार को नहीं छूता है।दूसरी बात लोगों का मानना है कि इंसान या जानवर किसी के भी किसी अंग में कैसे भी कीड़े पड़े हों और सभी डाक्टर जवाब देदें उसे हजरत के मजार की मिट्टी लगाने से कीडे से आराम मिलता है।
उर्स के सिलसिले में बुधवार शाम बाद नमाज़ इशां मजार पर नातिया मुशायरे का आयोजन किया गया जबकि गुरुवार को सुबह बाद नमाज़ फजिर मजार पर कुरआन ख्वानी और लंगर का आयोजन किया गया और बाद नमाज़ जोहर हजरत हक्की बाबा के आस्ताने और बड़ा कसौड़ा से चादर निकाली गई जो धूमधाम से कव्वालियों के साथ मजार पर चढाई गई और गुरुवार शाम बाद नमाज ईशां शानदार कव्वालियों के प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्रीय और बाहरी कव्वालों ने अपनी कव्वालियां पेश की।और शुक्रवार की सुबह कुल की फातिहा के साथ उर्स का समापन हुआ जिसमें कव्वालियों के साथ ही भजनों का प्रोग्राम आयोजित किया गया।बताते चलें कि हैदरगंज मोहल्ले में पीरबाबा के उर्स को त्योहार की तरह उल्लास से मनाया जाता है।
कमेटी अध्यक्ष कमरुद्दीन ने बताया कि वह पैंतालीस साल से उर्स कमेटी में है और उर्स करवा रहे हैं।मजार को आप देख सकते हैं कि यहां पर कभी भी पानी नहीं भरता है और दूसरे किसी भी कीडे पडे इंसान या जानवर को जब सभी डाक्टर जवाब दे देते हैं तो वह आखिर में सुर्खरू दरबार में आते हैं और उन्हें मजार की थोड़ी सी खाक लगाने से आराम मिलता है यह करिश्मा जग जाहिर है।