अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज : इलाहाबाद हाई कोर्ट में बार एसोसिएशन का चुनाव प्रचार पाने चरम पर है , प्रतिदिन अधिवक्ता लोग संपर्क करके अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए हैं , इसी कर्म में पूर्व महासचिव डॉ सीपी उपाध्याय ने अवधनामा संवाददाता साक्षी शर्मा से बात करते हुए बताया कि बार के बाय लॉज़ में संशोधन समय से हुआ है और अधिवक्ता हित में संशोधन होना भी चाहिए , हो सकता है कुछ मुद्दे हों जो विवादित हों लेकिन बहुत से मुद्दों पर वे सहमत हैं .
डॉ सीपी उपाध्याय ने बताया कि वे जब महासचिव रहे थे तो सबसे पहले फोटो सेण्टर का उद्घटान करवाया था , आगे भी उनके बड़े उद्देश्य हैं जिसमें बार और बेंच से बैठ कर लिस्टिंग और रिवाइज सिस्टम पर प्रेमपूर्वक बात करके समाधान निकलने का मुद्दा होगा , महिलाओं के लिए एक बेबी केयर यार्ड बनाने पर जोर होगा ताकि उनके बच्चों की देख रेख हो सके , जूनियर अधिवक्ताओं की निश्चित इनकम का रास्ता खोजना , सबको चैम्बर की व्यवस्था होने की बात है .
एक सवाल के जवाब में डॉ सीपी उपाध्याय ने कहा कि आज अधिवक्ताओं के लिए आवासीय व्यवस्था होनी चाहिए ताकि अधिवक्ता आवास ले सकें , आकस्मिक स्थित में अधिवक्ता के परिवार की सुरक्षा कैसे हो इसके लिए एक निश्चित कोष की व्यवस्था होनी चाहिए .
चुनाव खर्च और रिकवरी के सवाल पर डॉ सीपी उपाध्याय का कहना था कि यह एक भ्रामक बात है इतना खर्च नहीं होता है और बार का चुनाव सेवा के भाव से लड़ा जाता है न कि रिकवरी के लिए . डॉ सीपी उपाधयाय ने अधिवक्ताओं से अपील किया कि उसे चुने जो उनके साथ कंधे से कन्धा मिलकर चले ताकि अच्छी कार्यकारिणी का चुनाव हो सके जो हर अधिवक्ताओं के मुद्दे को बेंच के सामने रख सके और समाधान करा सके .