नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार फिर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने रविवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार शिक्षा के मोर्चे पर विफल रही है। एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि छात्र पाठ्यपुस्तक पढऩे में विफल रहे हैं। खडग़े ने रविवार को अपने ट्वीट में कहा, 2014 में छात्रों के तीसरी कक्षा की पाठ्यपुस्तकें पढऩे की दर 25 प्रतिशत दर्ज की गई थी जो कि 2022 में घटकर 20 प्रतिशत हो गई। 2014 में कक्षा पांचली के बच्चों के दूसरी कक्षा की पाठ्यपुस्तकें पढऩे की दर 50 प्रतिशत थी वो भी साल 2022 में गिरकर 42.8 प्रतिशत रह गई है।
पाठ्यपुस्तक पढऩे की दर में आई गिरावट
खडग़े ने एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि देश के ग्रामीण स्कूलों में कक्षा 3 के बच्चों की पढऩे की क्षमता काफी तेजी से गिरी है। फिलहाल इन ग्रामीण स्कूलों के 20.5 प्रतिशत छात्र पाठ्यपुस्तक पढऩे में सक्षम दिखाई दे रहे हैं। रिपोर्ट में सप्ष्ट तौर पर दिखाया गया है पढऩे की क्षमता में गिरावट आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर दर की बात करें तो 2022 में पढऩे की क्षमता 2018 की तुलना में लगभग सात प्रतिशत नीचे आई है। कक्षा तीसरे के मात्र 27.5 प्रतिशत बच्चे ही कक्षा 2 की पाठ्यपुस्तक पढ़ पा रहे हैं।
गणित सुलझाने में भी छात्र असक्षम
बच्चों की पाठ्यपुस्तक बढऩे की क्षमता 2012 के स्तर से भी नीचे गिर गई है। 2013 में लगभग 21.4 प्रतिशत कक्षा तीसरी के छात्र दूसरी कक्षा की पुस्तक पढ़ सकते थे। साल 2022 की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बच्चे बुनियादी गणित को सुलझाने में भी असक्षम देखे जा रहे हैं। 2018 में 28.2 प्रतिशत की छात्र अंकगणित करते थे लेकिन वहीं साल 2022 में कक्षा 3 के केवल 25.9 प्रतिशत बच्चे बुनियादी अंकगणित कर सकते हैं।
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