अवधनामा संवाददाता
स्नातक चुनाव में भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र प्रताप को जिताने को किया आह्वान
कुशीनगर। छात्र राजनीति की उपज संघर्ष के पर्याय तथा नौजवानों,शिक्षकों, अधिवक्ताओं की प्रत्येक समस्या के समाधान हेतु सड़क पर संघर्ष करने वाले देवेन्द्र प्रताप सिंह गोरखपुर फैजाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हैं।
भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने सोमवार को पडरौना डाक बंगले में संवाददाताओं से बातचीत में उक्त बातें कहा। श्री सिंह कहां कि देवेन्द्र प्रताप सिंह 2016 से पहले सपा से एमएलसी थे और एक घटना के कारण सपा से त्याग पत्र देकर युवाओं, शिक्षकों और अधिवक्ताओं के अधिकार के लिये संघर्ष की शुरूआत की थी। उन्होंने कहा कि जब 2016 की सपा की.सरकार थी, तो आगरा जिले के न्यू आगरा थाने का मजारिया हिस्ट्रीशीटर अनिल यादव को सपा की.सरकार ने उसे लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया था। उन्होंने कहा कि उसके कार्यकाल में बहुत बड़ा भर्ती घोटाला हुआ था। उन्होंने कहा कि यह घोटाला केवल लोक सेवा आयोग में ही नहीं। उस समय जितनी सरकारी भर्तियां हुई थी।उसमें संविधान की बनाई हुई व्यवस्था को के विरूद्ध एक जाति विशेष के लोगों को नौकरी देने का काम.किया गया था।इसका विरोध देवेंद्र प्रताप सिंह ने सड़क से लेकर सदन तक किया था और इसके लिये उन्होंने विधान परिषद में उस समय मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव से इस भ्रस्टाचार के विरुद्ध त्याग पत्र मांगने का काम किया था। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी युवाओं के लिये काम करने को तत्पर है। उन्होंने कहा कि 2007 से लेकर 2012 तक मायावती की बसपा सरकार थी।उनके पांच वर्ष के शासनकाल में केवल 95 हजार सरकारी नौकरी दी गई, जबकि 2012 से.2017 तक सपा की अखिलेश सरकार थी और उनके शासनकाल मेंं 2 लाख 85 हजार जवानों को रोजगार मिला।वह भी एक एक जाती विशेष के लोगों को।जबकि 2017 से 2022 तक भाजपा के योगी सरकार में 5 लाख 40 हजार नौजवानों को सरकारी नौकरी मिली है। एक सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि सपा बसपा के सरकार में जिनके पास पैसा और पहुंच होता था उन्हें सरकारी नौकरी मिलती थी। परन्तु आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लाखों योग्य नौजवानों को को बिना पैसे और बिना सिफारिश के उनके योग्यतानुसार सरकारी नौकरी मिली है।