बीजेपी का मिशन-2024 पर फोकस; शुरुआत नॉर्थ ईस्ट से
नई दिल्ली। सत्तारूढ़ भाजपा ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपने अभियान को तेज कर दिया है। इसकी शुरुआत इसी महीने से होगी। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा प्रवास नामक अभ्यास के तहत जनवरी में 11 राज्यों का दौरा करने वाले हैं। इसकी शुरुआत नॉर्थ ईस्ट से होगी।
शाह 5 और 6 जनवरी को त्रिपुरा, नगालैंड और मणिपुर का दौरा करेंगे। 7 जनवरी को छत्तीसगढ़ और झारखंड जाएंगे। इसके बाद वह 8 जनवरी को आंध्र प्रदेश के दौरे के साथ दक्षिण की ओर रुख करेंगे। शाह के 28 जनवरी को कर्नाटक जाने की संभावना भी है, जहां इस साल के अंत में फिर से मतदान होगा।
यूपी और बंगाल भी जाएंगे शाह
लिस्ट में उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का नाम भी शामिल है। शाह 16 और 17 जनवरी को इन राज्यों का दौरा करेंगे। महीने के अंत में भाजपा के वरिष्ठ नेता हरियाणा और पंजाब का दौरा करेंगे। शाह का यह अभियान साल 2024 के लिए भाजपा के मिशन 350 का हिस्सा है। पार्टी का लक्ष्य अगले साल आम चुनाव में 543 लोकसभा सीटों में से कम से कम 350 सीटें जीतना है।
बीजेपी प्रमुख ने किया ओडिशा का दौरा
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, पार्टी उन 160 निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान कर रही है, जहां पिछले चुनाव में भाजपा मामूली अंतर से हारी या जीती है। पिछले महीने बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा ने ओडिशा जैसे राज्यों का दौरा किया था। भाजपा इस समय लोगों के बीच जाकर उनकी बात सुन रही है, जब देशवासियों का ध्यान कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर है। लगभग 3,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद कांग्रेस की यह यात्रा आज उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गई है।
नारायणपुर में 5 हजार जवान तैनात, तनाव के हालात:धर्मांतरण के आरोप में किया गया था चर्च पर हमला, भाजपा जिलाध्यक्ष हिरासत में
नारायणपुर। नारायणपुर में धर्मांतरण के आरोप में बवाल के बाद इलाके में अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। सुरक्षा के लिहाज से शहर सहित आसपास के इलाके में करीब 5 हजार जवानों की तैनाती की गई है। शांति नगर और बंगला पारा वार्ड में हालात सबसे ज्यादा खराब थे। इस मामले में 35 से 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
आदिवासी समाज ने धर्मांतरण के मामले को लेकर सोमवार को बंद का आह्वान किया था। पुलिस फोर्स को गुमराह करने के लिए 4 गुट के सदस्य अलग-अलग जगहों पर मौजूद थे। उपद्रवियों के हाथों में कुल्हाड़ी, फरसा, रॉड और लाठियां थी। चर्च में घुसी भीड़ में महिलाएं भी शामिल थीं। यह खुलासा शहर के एक प्रत्यक्षदर्शी ने दैनिक भास्कर के सामने किया।
नारायणपुर में हुए उपद्रव के बाद दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची। मामले के बाद शहर में सन्नाटा पसरा हुआ था। चप्पे-चप्पे में जवानों की तैनाती की गई है। चर्च के बाहर भी जवानों को तैनात किया गया है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी समेत 4 आईपीएस ऑफिसर मौके पर मौजूद रहे। मामले के संबंध में पुलिस और प्रशासन के अफसरों की हाई लेवल मीटिंग भी हुई है।
कुछ ऐसी थी चर्च की हालत
जब हम शहर के एक चर्च में पहुंचे तो यहां चारों तरफ कांच बिखरा हुआ था। खिड़कियां टूटी हुईं थी। दरवाजे टूटे हुए थे। मसीह समाज के धार्मिक ग्रंथ, फोटो और मूर्तियों के साथ भी तोड़-फोड़ की गई थी। चर्च के अंदर कुर्सियां, टेबल, माइक सिस्टम समेत अन्य सामान तहस-नहस थे। डर की वजह से दिन में मसीह समाज के सदस्य चर्च के अंदर तक नहीं आए। लेकिन, जब हम चर्च पहुंचे तो हमें देख कर पीछे की तरफ से कुछ लोग पहुंचे।
हालांकि, सभी डरे हुए थे। कुछ भी कहने से मना कर दिया। बस टूटे-फूटे सामानों और धार्मिक ग्रंथों को उठाकर सुरक्षित रखने लगे थे। चर्च के पास स्थित अन्य कमरों में भी उपद्रवी घुसे थे। वहां भी सारा सामान तोड़ा गया। दरअसल यह वही चर्च है जहां भीड़ को रोकने के लिए जुटे एसपी सदानंद कुमार समेत पुलिस जवानों की भी लाठियों से पिटाई की गई थी। थानेदार को पटक-पटककर मारा था।
कुछ लोगों ने फोटो लेने से किया मना
चर्च से निकलने के बाद जब हम शहर के अन्य इलाकों में गए और सुनसान गलियों की वीडियो और तस्वीरें लेने लगे तो दो युवक बाइक से हमारे पास पहुंचे और उन्होंने हमसे हमारा परिचय पूछा। फिर फोटो वीडियो लेने से मना कर दिया। ये लोग कौन थे किस समुदाय से थे? इसकी जानकारी उन्होंने हमें नहीं दी। बहरहाल तनावपूर्ण स्थित को देखते हुए हम भी वहां से निकल गए और दूसरी तरफ चले गए थे।
2 इलाके ऐसे जहां स्थिति ज्यादा खराब
शहर के शांति नगर वार्ड और बंगलापारा वार्ड में स्थित ज्यादा खराब नजर आई। इन दोनों वार्डों में चप्पे-चप्पे में जवानों को तैनात किया गया था। हमें ऐसी सूचना मिली थी कि इन इलाकों में रात में उपद्रवी घुस गए हैं। हम भी पहुंचे। सड़कें वीरान थी। हालांकि, यहां पुलिस की पेट्रोलिंग वाहन भी घूम रही थी। रात में कुछ लोगों को पकड़ा भी गया है।
सर्व आदिवासी समाज ने की निंदा
इस मामले के बाद सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल में जाकर तोड़-फोड़ करना गलत है। इस घटना के पीछे सर्व आदिवासी समाज का नाम आ रहा है। लेकिन, हमारे लोगों ने ऐसा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन लोग थे, हमें नहीं पता है। सर्व आदिवासी समाज ने इस घटना की निंदा की है।
हिरासत में भाजपा के जिला अध्यक्ष
बताया जा रहा है कि, ग्रामीणों के इस विरोध के पीछे कुछ राजनीतिक संगठन का भी हाथ था। जब मामले ने उग्र रूप लिया और पुलिस वालों को पीटना शुरू किया तो पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। भाजपा के जिला अध्यक्ष रूप सिंह सलाम को भी हिरासत में लिया है। हालांकि, इस मामले की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
भास्कर के हाथ लगा सीसीटीवी फुटेज
चर्च में हुई तोडफ़ोड़ की घटना का सीसीटीवी फुटेज भास्कर के हाथ लगा है। इसमें चर्च का गेट तोड़कर अंदर घुसते कुछ लोग नजर आ रहे हैं। कुछ के हाथों में लाठियां हैं तो कुछ ने लोहे का सामान पकड़ा हुआ है। चर्च के अंदर जमकर तोड़-फोड़ की गई। इधर, पुलिस इस मामले के बाद उपद्रवियों की तलाश में जुट गई है।
मामले ने ऐसे पकड़ा तूल
दरअसल, जिले के एक गोर्रा गांव में धर्मांतरित लोगों और ग्रामीणों ने बैठक रखी। इसमें धर्मांतरित परिवारों को मूल धर्म में लौटने कहा गया। लेकिन, यहां विवाद इतना बढ़ गया कि मामले ने तूल पकड़ लिया। दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। जिसके बाद सोमवार को ग्रामीणों ने जिला बंद का आह्वान कर दिया था।