अवधनामा संवाददाता (शकील अहमद)
नव वर्ष पर कुशीनगर में लगा मेला, दिनभर रही चहल-पहल
बौद्ध मंदिर, रामाभार स्तूप, मुख्य मंदिर सहित अन्य दर्शनीय स्थलों पर लोगो ने किया भ्रमण
कुशीनगर। कड़ाके की ठंड के बावजूद गर्मजोशी से नए साल का लोगों ने स्वागत किया। कोई महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर के मंदिरों और दर्शनीय स्थलों पर घूमने गया तो किसी ने रामकोला के विश्व दर्शन मंदिर में महापुरुषों और देवी-देवताओं की मूर्तियां देखीं। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने पनियहवा में गंडक नदी के बीच में खाली रेत पर पिकनिक मनाई। यहां के चेपुआ मछली, भूजा और पेड़ा का लुफ्त उठाया। कुछ लोग बगल के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल और मदनपुर देवी मंदिर में दर्शन-पूजन करने गए। नववर्ष के जश्न में सभी लोग सराबोर नजर आए।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नववर्ष मेला संपन्न हो गया। सुबह से देर शाम तक लोगों की चहल-पहल रही। गोरखपुर मंडल सहित बिहार से भी आए लोगों ने कुशीनगर के वर्मी स्तूप, मुख्य मंदिर, माथा कुंवर मंदिर और रामाभार स्तूप तक पैदल चलकर महात्मा बुद्ध के दर्शन-पूजन किए। मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन काफी सतर्क दिखा। मुख्य गेट से रामाभार स्तूप तक जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात रही। सुबह से ही मुख्य मंदिर में भगवान बुद्ध के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी, जो देर शाम तक रही। लोगों ने वर्मी स्तूप, माथा कुंवर मंदिर और रामाभार स्तूप पर कतारबद्ध होकर दर्शन किए। इस दौरान प्रवेश वाले स्थलों पर लोगों की जांच भी की जा रही थी। मेले में आगंतुकों के लिए महात्मा बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा आकर्षण की केंद्र रही।
सुरक्षा के घेरे में रहा बुद्ध स्थलीय
प्रशासन की ओर से मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूरा इंतजाम किया गया था। इसके तहत मुख्य प्रवेश द्वार पर ही जांच के लिए पुलिस तैनात रही। डॉग स्क्वॉड की टीम भी मेला परिक्षेत्र का भ्रमण कर संदिग्ध वस्तुओं की जांच करते हुए देखी गई। बिड़ला धर्मशाला में प्रशासनिक अफसरों की ओर से कंट्रोल रूम बनाया गया था। वहां एसडीएम, तहसीलदार ईओ नगरपालिका परिषद, एसओ आदि मेले की व्यवस्था की मानीटरिंग कर रहे थे। इसके अलावा पुलिस के आला अफसरों ने दोपहर बाद मेला परिक्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा का जायजा लिया। इन अफसरों ने महापरिनिर्वाण मंदिर, रामाभार स्तूप, मांथा कुंवर मंदिर समेत पूरे क्षेत्र की मानीटरिंग की।
रेत पर बना पिकनिक स्पाॅट और नौका विहार का लोगों ने खूब लिया लुत्फ
नए वर्ष के स्वागत के लिए पिकनिक मनाने आये लोगों के लिए पनियहवा पुल के पूरब साइड दो धाराओं के बीच बने पिकनिक स्पार्ट का दृश्य मनमोहक था। पहली बार इस तरह का तैयार रेत पर बने पिकनिक स्पार्ट को देखने और आनद लेने के लिए लोग उत्सुक थे। सुबह से ही लोग नौका विहार कर गण्डक नदी में दूर दूर जाकर भ्रमण कर खुशी जाहिर की। वही गण्डक नदी में स्नान के बाद सैलानी धूप सेकने के लिए लगी कुर्सियों पर लेट कर धूप का आंनद लिए। सैलानियो ने रेत पर बैठ कर खूब खुशी मनाई। गण्डक नदी में कोई हताहत न हो इसके लिए खड्डा एसडीएम के निर्देश पर तैराकों की भी नियुक्ति की गई थी।
पुल पर सेल्फी रोकने के लिए गश्त कर रही पुलिस
बगहा-पनियहवा पुल पर सेल्फी के दौरान प्रत्येक वर्ष होने वाले दुर्घटनाओं को देखते हुए इस वर्ष प्रशासन द्वारा व्यापक रूप से सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल बाइक से 900 मीटर लंबे पुल पर लगातार गश्त कर रहे थे कि कोई भी रेल ट्रैक पर या पुल की रेलिंग पर चढ़ कर सेल्फी न ले रहा हो। वही भीड़ व पुलिस बल की संख्या में कमी के कारण पुलिस बल परेशान भी दिखे।