अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/दुद्धी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) वाराणसी के तत्वावधान में सोनभद्र जनपद के दुद्धी में क्षेत्रीय पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से वार्तालाप का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के 70 से अधिक पत्रकारों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ उप जिलाधिकारी शैलेंद्र मिश्रा, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वरीय प्राध्यापक डॉ बाला लखेंद्र, नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरी,
ब्लॉक विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह, सीबीसी वाराणसी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी डा.लालजी और पीआईबी, वाराणसी के मीडिया एवम् संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला को संबोधित करते हुए उप जिलाधिकारी शैलेंद्र मिश्रा ने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता लोकतंत्र की प्राण है। निर्भयता पूर्वक सच्ची व अच्छी पत्रकारिता करना आपका कर्तव्य है। आपकी रिपोर्ट सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने फेक न्यूज को देश के लिए बड़ा खतरा बताया और किसी भी खबर को पुष्टि कर छापने की सलाह दी। उन्होंने आदिवासी बहुल क्षेत्र में आदिवासी और महिला पत्रकार के होने की उपयोगिता की चर्चा की और सलाह दी कि ऐसे लोगों को पेशे में आने के लिए और प्रेरित करें।नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरी ने अपने क्षेत्र में पत्रकारों की सकारात्मक भूमिका की सराहना की। उन्होंने एक मंच पर विधायिका, कार्यपालिका और पत्रकारों को एकजुट करने के लिए पीआईबी को धन्यवाद दिया।
डीएफओ मनमोहन मिश्रा ने कहा कि जंगल बचाना हम सब की जिम्मेदारी है। पेड़ों की संख्या बढ़ाने में आप सभी पत्रकार साथी साझीदार बने और किसानों को कृषि वानिकी से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि सरकार और जनता के बीच मीडिया की भूमिका अहम है। इसलिए इसकी उपयोगिता और गंभीरता हमेशा बनाए रखने की जरूरत है। चिकित्सा अधीक्षक डा.शाह आलम ने कोरोना के नए वेरिएंट बी7 की चर्चा की कहा की गलत भ्रांतियों से दूर रहें और सरकार की ओर जारी गाइडलाइंस का पालन करें।
दुद्धी के पुलिस इंस्पेक्टर श्रीकांत राय ने कहा आप पत्रकार साथियों की रिपोर्ट हमें बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं। ग्रामीण मीडिया कार्यशाला में मूर्ता की शकुंतला यादव ने अपनी बातों को रखा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ कर आज पारचून की दुकान कर रही हूं। साथ ही पुष्टाहार से जुड़ कर अपने परिवार का भरण पोषण बेहतर तरीके से कर रही हूं। बीड़र की निर्मला देवी ने कहा कि आज राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कारण हमें बाहर निकलने का मौका मिला।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मीडिया जगत के वरिष्ठ पत्रकारों ने ग्रामीण पत्रकारों को लेखन शैली और ग्रामीण पत्रकारों की चुनौतियों के बारे में बताया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के वरीय प्राध्यापक डॉ बाला लखेंद्र खबरों के फॉलो अप के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन में पत्रकारिता महत्वपूर्ण हथियार रहा है।पत्रकार का अपडेट रहना बहुत जरूरी है। यह राष्ट्रीय और जनचेतना जगाने का माध्यम बना। पत्रकार साथियों को यह उद्देश्य आज भी बरकरार रखने की जरूरत है। पत्र एवं सूचना कार्यालय, वाराणसी के प्रभारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने कहा कि यह वार्तालाप कार्यक्रम दोतरफा संवाद का माध्यम है। कार्यशाला से प्राप्त फीडबैक को विभिन्न मंत्रालयों में भेजा जाएगा ताकि आगे जनता के लिए और बेहतर योजनाएं बनाई जा सके।
इस दौरान उन्होंने कहा इस जिले में ऐसे कार्यक्रम कराने का उद्देश्य यही है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादा से ज्यादा उठा सकें। तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि खबर की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए पीआईबी फैक्ट चेक की प्रणाली अपनाई गई है। किसी भी तथ्य की पुष्टि करने के लिए पीआईबी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।
धन्यवाद ज्ञापन सुनील तिवारी ने किया। मंच संचालन पत्रकार मु. शमीम अंसारी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पसूका वाराणसी के सत्येंद्र कुमार, शिव कुमार झा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।