राजस्थान में किसानों की जमीन हड़पने का लगाया आरोप, कहा- ये कट्टर पापियों का काम
नई दिल्ली। भाजपा ने मंगलवार को गांधी परिवार को भारतीय राजनीति का सबसे भ्रष्ट परिवार बताया है। इतना ही नहीं पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया गांधी परिवार को कट्टर पापी परिवार तक कह डाला। उन्होंने वाड्रा पर किसानों की जमीन को हड़पने से लेकर जमीन की खरीदारी में फर्जीवाड़े तक के आरोप लगाए।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी तो उस समय किसानों की जमीन हड़पी गई। ये कट्टर पापियों का काम है, कट्टर बेईमान कौन है, वो देश जान गया है। राजस्थान हाईकोर्ट में गांधी परिवार की पोल खुल गई है, क्योंकि किसानों की जमीन के फर्जी अलॉटमेंट कांग्रेस के समय हुए थे।
राजस्थान हाईकोर्ट ने वाड्रा की याचिका खारिज की
रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां से जुड़ी एक कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के बीकानेर में जमीन की खरीद की ईडी जांच चल रही है। मामले में वाड्रा परिवार ने कोर्ट से ईडी जांच रद्द करने की मांग की थी, जिसे राजस्थान हाईकोर्ट कोर्ट ने पिछले हफ्ते खारिज कर दिया था। कोर्ट से राहत नहीं मिलने पर भाजपा ने गांधी परिवार को निशाने पर लिया।
गांधी परिवार का एकमात्र मकसद भ्रष्टाचार करना- भाजपा
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा तब मिला जब केंद्र, हरियाणा और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी। उसी समय वाड्रा की शादी राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी से हुई थी। इस मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी को रॉबर्ट वाड्रा के भ्रष्टाचार पर अपनी चुप्पी तोडऩी चाहिए।
गौरव भाटिया ने कहा कि परिवार के तीन सदस्य भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत पर बाहर हैं। उनका एकमात्र मकसद भ्रष्टाचार करना और वाड्रा को जमीन हड़पकर सौंपना है। उन्होंने कहा कि देश के सबसे भ्रष्ट परिवार को जेल से बाहर होना भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरा टॉलरेंस वाली सरकार के लिए चिंता का विषय है।
अशोक गहलोत पर भी साधा निशाना
प्रवक्ता ने कहा कि 2008-13 तक राजस्थान में जब अशोक गहलोत सरकार की सरकार थी, तब 125 बीघा जमीन किसानों से खरीदी गई और 2 लोगों हरिराम और नाथाराम को आवंटित की गई। कांग्रेस सरकार में जमीन के फर्जी अलॉटमेंट हुए और कांग्रेस भ्रष्टाचार को आसमान तक ले गई। जब राजस्थान में भाजपा की सरकार आई, तब मामला सामने आया और एफआईआर दर्ज हुई।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पुलिस और ईडी को मामले की जांच सौंपी गई। तब पता चला कि गहलोत सरकार ने कांग्रेस परिवार के आदेश पर एक ऐसे व्यक्ति को जमीन दी, जो वास्तव में थी ही नहीं।