अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। केन्द्र सरकार द्वारा सम्मेद शिखरजी तीर्थ क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरोध में ललितपुर का बाजार रहा बंद सभी धर्मावलंबियों ने अपने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर करके केंद्र सरकार द्वारा घोषित पर्यटन क्षेत्र का किया विरोध पारसनाथ पर्वत राज अभ्यारण का एक भाग पर्यटन घोषित कर दिया है। देशभर में जैन समाज द्वारा ज्ञापन धरना प्रदर्शन एवं आज संपूर्ण भारत बंद करने का आह्वान किया गया था जिसको लेकर आज सुबह से ही जैन समाज के युवा व्यापारी नेता नरेंद्र कड़की के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं के साथ निकले बाजार बंद करने के समर्थन में केंद्र बार झारखंड सरकार से जैन समाज के केंद्रीय नेतृत्व लगातार वार्ता चल रही है। इसके बाद शीघ्र ही यदि कोई सकारात्मक हल नहीं निकलता है तो केंद्रीय जैन समाज के नेतृत्व मैं आगे भी धरना प्रदर्शन आमरण अनशन क्रमिक अनशन जैसे आंदोलनों को गति दी जाएगी। केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी 2 अगस्त की अधिसूचना 5 अगस्त 2019 का जारी गजट मैं पर्यावरण, पर्यटन व गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति देने के लिए 11 दिसंबर से जारी विश्वव्यापी सम्मेद शिखरजी बचाओ आंदोलन शुरू हुआ और जब तक इस जनविरोधी आदेश को समाप्त नहीं किया जाता तब तक भारत में जैन समाज अपनी लड़ाई लड़ता रहे। जैन समाज के अलावा सभी व्यापारी बंधुओं से भी धर्म बचाओ आंदोलन के तहत अपना प्रतिष्ठान बंद करने की अपील की गई, जिसमें बड़ी संख्या में आम व्यापारियों का सहयोग रहा। आज के बाजार बंदी आंदोलन में अनिल जैन, डा.अक्षय टड़ैया, सुरेश जैन, नीरज जैन गौना, संजय रसिया, डा.राजकुमार जैन, शैलेंद्र जैन, सुरेंद्र जैन, आलोक मयूर, सानू बाबा, विजय, स्वदेश गोयल, महेश जैन, विजय, जिनेंद्र, मज्जू सोनी, पदमचंद्र जैन, मयंक जैन, राजेंद्र मास्टर, अंशुल बड़कुल, सुनील जैन, सुरेंद्र रसिया, अरविंद, रिक्की जैन, अजय, अजय पहलवान, जीवन, बृजेश जैन, अनंत सराफ, बलवंत सिंह सिसोदिया, सौरभ, सुल्लन जैन, रिंकू, भरत जमोरया आदि उपस्थित थे।