अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/ब्यूरो। एनटीपीसी विंध्याचल में सुरक्षा विभाग और मेडिकल विभाग की पहल पर परियोजना के क्षेत्रीय ज्ञानार्जन संस्थान में विशेष सीपीआर ट्रेनिंग कार्यशाला का आयोजन किया गयाl इस कार्यशाला का संचालन डॉक्टर नीली निलीमा रानी के द्वारा किया गयाl इस दौरान सुरक्षा विभाग के सेफ़्टी सुपरवाइजर एवं सी.आई.एस.एफ. अग्नि शमन शाखा के 35 प्रतिभागियो ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को सीपीआर के महत्व को समझाना और इससे सबंधित जानकारी देना था।
एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना का प्रबंधन किसी भी आपदा का सामना करने के लिए सदैव तत्पर रहता हैl इसी संबंध मे सीपीआर एक महत्वपूर्ण जानकारी है l यदि कोई व्यक्ति बेहोश हो गया हो, दिल की धड़कन बंद हो गई हो या पल्स नहीं चल रहा हो, तो ऐसी स्थिति में सीपीआर ही दी जाती है। इसकी मदद से पेशेंट को सांस लेने में काफी सहायता मिलती है। दरअसल सीपीआर देने के दौरान हार्ट और ब्रेन में ब्लड सर्क्युलेशन में सहायता मिलती है। सीपीआर की मदद से व्यक्ति को एक नया जीवन भी मिल सकता हैI कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक लाइफ सेविंग टेक्निक है, जो हार्टअटैक जैसी मेडिकल इमरजेंसी के दौरान अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। अगर किसी व्यक्ति का हृदय गति रुक जाए और घर से हॉस्पिटल पहुंचने में समय लगता है तो उसके दौरान सीपीआर जीवन रक्षक की तरह काम करता है।
इस आयोजन मे मुख्य चिकित्साधिकारी (विंध्य चिकित्सालय) श्री बी सी चतुर्वेदी ने विशेष रूचि लेते हुए कार्यक्रम को नियमित रूप से करवाने का निर्णय लिया ताकि अधिक से अधिक लोग इसका फायदा ले सकेl सुरक्षा विभाग, मेडिकल टीम और ट्रेनिंग सेन्टर ने इस कार्यशाला के संचालन के लिए डॉ नीली निलीमा रानी को धन्यवाद दियाl