जनपद स्तरीय एचआईवी व एड्स विषय पर जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

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अवधनामा संवाददाता

आजमगढ़। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एचआईवी व एड्स विषय पर जनपद स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला के माध्यम से विकास खण्ड पल्हनी, फूलपुर, बिलरियागंज, अजमतगढ़ एवं सठियांव के खण्ड विकास अधिकारी सहित समस्त सीडीपीओ को प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में एचआईवी ट्रेनर ने बताया कि एड्स एक संक्रामक रोग है, जो एचआईवी नाम के विषाणु के संक्रमण से होता है। जब यह विषाणु शरीर में प्रवेश कर जाता है तो ब्लड में पहुंच कर वाइट ब्लड सेल्स में मिलकर उसके डीएनए में पहुंच जाता है, जहां वह विभाजित होता है और रक्त के सफेद कणों पर आक्रमण करता है। धीरे-धीरे यह सफेद कणों की संख्या बहुत कम कर देता है। उसी कमी या समाप्ति के साथ शरीर की रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को समाप्त करता है। यह विषाणु शरीर में प्रवेश करने के बाद समाप्त नहीं होता है और इसी स्थिति को एड्स कहा जाता है। उन्होने बताया कि एचआईवी का संक्रमण असुरक्षित यौन सम्बन्ध, संक्रमित रक्त, एचआईवी पाजीटिव मॉ द्वारा बच्चे को, किसी व्यक्ति को लगाई गयी सीरिंज/इंजेक्शन के प्रयोग से एचआईवी के विषाणु व्यक्तियों में फैलते हैं।
उन्होने बताया कि कीड़े-मकोड़ों के काटने से, एचआईवी/एड्स मरीज के पसीने से, मरीज का टॉवल या कपड़ा इस्तेमाल करने से, मरीज़ों को छूने से या साथ काम करने से, मरीज का किसी के सामने छींकने से या खाँसने से एचआईवी/एड्स नही फैलता है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में जितने भी एचआईवी पाजीटिव मरीज हैं, उन प्रत्येक मरीजों का प्रोफाइल तैयार करें और उनसे संबंधित डाटा का भी संरक्षण करें। उन्होने कहा कि जनपद में जितने भी एड्स मरीजों की संख्या है, उनमें कितने पुरूष/महिला, कितने ट्रक ड्राइवर, मजदूर, गर्भवती महिला आदि हैं, उनका डाटा उपलब्ध करायें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि उक्त पांच ब्लाकों में एचआईवी/एड्स विषय पर जागरूकता हेतु संबंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं सीडीपीओ के माध्यम से आंगनवाड़ी एवं आशाओं को एचआईवी/एड्स विषय पर कार्यशाला आयोजित कर प्रशिक्षित करें।
जिलाधिकारी ने उक्त संबंधित खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि एचआईवी/एड्स विषय पर प्रशिक्षण देते समय युवक मंगल दल, एनएसएस, एनसीसी, स्वयं सेवी संस्थाओं को भी शामिल करें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये कि डीआईओएस के माध्यम से विद्यालयों में छात्र/छात्राओं को एचआईवी/एड्स पर जागरूक कराना सुनिश्चित करें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आईएन तिवारी ने कहा कि जिन व्यक्तियों में एड्स के लक्षण हों, वे अपने संबंधित ब्लाक के आईटीसी (इन्टीग्रेटेड काउन्सिलिंग सेन्टर) सेन्टर पर जाकर अपनी काउन्सिलिंग अवश्य करायें और जिन ब्लाकों में आईटीसी सेन्टर नही है, उन ब्लाकों के सीएचसी/पीएचसी पर लैब टेक्निशियन कार्यरत हैं, उनसे टेस्ट करायें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनन्द कुमार शुक्ला, एसीएमओ डॉ0 संजय, डॉ0 परवेज अख्तर, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य, संबंधित खण्ड विकास अधिकारी, समस्त सीडीपीओ के साथ ही संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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