अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। बढती महंगाई पर रोक लगाई जाए सहित दस सूत्री मांगों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी आजमगढ़ के तत्वावधान में बुधवार को जिलामंत्री खरपत्तू राजभर के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इस दौरान भाकपा, किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर रैली की शकल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग ने कहाकि मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, को लेकर आम जनता परेशान है, किसान महंगे दामों पर खेती कर रहा है लेकिन सरकार ने जनता हित में कभी कदम नहीं उठाया। ऐसा लगता है कि सरकार केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए सत्ता में आई हैं।
राज्य कमेटी के सदस्य हामिद अली ने कहाकि जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार फेल रही है, संगठन की दस सूत्री मांगों में बढती महंगाई पर रोक लगाई जाए, बेरोजगारों को रोजगार दिया जाए, जब तक रोजगार नहीं मिलता बेकारी भत्ता दिया जाय, दस हजार रूपया प्रति माह किसानों, मजदूरों, ग्रामीण दस्तकारों को वृद्धा पेंशन दिया जाए, क्रय केन्द्रों को सुचारू रूप से चलाकर धान की खरीद सुनिश्चित की जाए, मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम दिया जाए, महंगाई के अनुरूप दैनिक मजदूरी दिया जाए। वहीं पूर्व जिलामंत्री रामाज्ञा ने बताया कि हमारी अन्य मांगों में 2022 की बिजली बिल वापिस किया जाय, किसानों की जमीन किसी शर्त पर बिना किसानों की सहमति से न ली जाय, बाढ़ व सूखा से बर्बाद फसल को 15 हजार रूपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाय, किसानों के पिछले गन्ने का बकाया ब्याज सहित तत्काल भुगतान किया जाय व गन्ने का मूल्य 450 रूपया प्रति कुन्तल किया जाय, छुट्टा तथा जंगली पशुओं से कृषि को बचाया जाए।
इस अवसर पर दुर्बली राम, शिवमूरत, लालचन्द यादव, रामकेवल, वसीर अहमद , गुलाब मौर्या, श्यामा प्रसाद, मंगल देव, मखडू राजभर, रामनेत यादव, हरिगेन राम, जानकी मौर्या, रामचन्दर, रामलखन, रामकेवल, जियालाल, शहनवाज बेग, गंगादीन, वीरवल प्रजापति, दयाराम आदि मौजूद रहे।