अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी तथा भूतपूर्व सैनिकों द्वारा बुधवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर जनपद स्तरीय अधिकारियों और विभागाध्यक्षों को झंडा स्टीकर लगाकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया।
गौरतलब है कि राष्ट्र की सशस्त्र सेना और नागरिकों के बीच परस्पर आपसी स्नेह और सम्मान की भावना जागृत करते हुए युद्ध में शहीद भूतपूर्व सैनिक, उनके परिवार तथा सेवारत सैनिकों के कल्याण के प्रति नागरिकों से जुड़ाव व सहयोग प्राप्त करने के लिए सशस्त्र सेना झंडा दिवस का आयोजन 1949 से किया जाता रहा है। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी विंग कमांडर आलोक सक्सेना ने कहा कि आज पूरे देश और विदेशों के भारतीय दूतावासों में सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय भारत सरकार व उत्तरप्रदेश सरकार के निर्देशन मे सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाते हुए सैनिक कल्याण के लिए वर्ष 2022 के लिए धन संग्रह अभियान भी चलाया जा रहा है। विंग कमांडर ने बताया कि झंडा दिवस 7 दिसंबर को आयोजित होता है परंतु विभिन्न आयोजनों द्वारा पूरे वर्ष धन एकत्रीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिसंबर महीने को राष्ट्रीय गौरव माह घोषित किया गया है। इस अवसर पर भूतपूर्व कैप्टन एलक बी त्रिपाठी, कैप्टन शमसुद्दीन अंसारी व जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास कार्यालय से देवेन्द्रनाथ गुप्ता, प्रभाकर नाथ तिवारी, जवाहरलाल, राजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
जिला न्यायाधीश, डीएम व एसपी समेत कई अफसरों को लगाया गया स्टीकर
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी तथा भूतपूर्व सैनिकों ने जनपद न्यायाधीश अशोक कुमार सिंह, जिलाधिकारी रमेश रंजन, पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल, मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व देवीदयाल वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेश पटारिया, वरिष्ठ कोषाधिकारी प्रवीण कुमार, जिला सूचना अधिकारी कृष्ण कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार, परियोजना निदेशक जगदीश त्रिपाठी सहित विभिन्न कार्यालय के कार्यालयाध्यक्षों व कर्मचारीगणों को झंडा स्टीकर लगाकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया गया। इस दरम्यान अधिकारीगणों को स्मारिका भी प्रदत की गई।