अवधनामा संवाददाता
मसौली बाराबंकी। नहर विभाग की आँखों में धूल झोंककर आवंटित नहर के बजाय ठेकेदार दूसरी नहर की पटरी की सिल्ट उठाकर विभाग को चुना लगा रहे है मनमानी पर उतारू ठेकेदार वर्षो पुराने लगे पेड़ो को भी जमींदोज कर दिया है। खनन में अवर अभियंता नहर की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
बताते चले की नहर विभाग द्वारा करायी गयी नहरों की सिल्ट सफाई के दौरान पटरी पर पड़ी सिल्ट उठाने का टेंडर कराया गया है जिसमे प्रतापगंज रजबहा नहर की दाई पटरी का टेंडर दिनेश वर्मा को मिला है तथा शाहपुर माइनर की दाई पटरी का टेंडर सन्दीप कुमार वर्मा को मिला है लेकिन सन्दीप वर्मा नहर विभाग के नियम कानून को ताक पर रखकर प्रतापगंज रजबहा नहर की बाई पटरी की शिल्ट बगैर परमिशन के खुलेआम 3 दिसम्बर को करीब 5 दर्जन डम्फर मिट्टी बगैर ओपीटी के खनन कर गायब कर दिया जबकि खनन की गई पटरी की सिल्ट उठाई का ठेका किसी को भी आवंटित नही हुआ है। सिल्ट खनन के दौरान पटरी के किनारे लगे सैकड़ो पेड़ो को जमींदोज किया जा रहा है जो वन विभाग द्वारा प्रतिबंधित पेड़ है। ग्रामीणों के आक्रोश जांच में गये अवर अभियंता दीपक कश्यप खनन की गयीं पटरी का जायजा लिया। सूत्रों की माने तो खनन में लगे डंफरो की रियलिटी जारी नही की जा रही हैं। जो खनन विभाग को चुना लगा रहे है। लोगो द्वारा जानकारी मिली है कि एक दो डंफरो की रियालिटी निकाल कर एक दर्जन से अधिक डम्फर धडल्ले से चल रहे है।
सफदरगंज से जैदपुर के व्यस्तम मार्ग पर लगातार डंफरो के निकलने से किसी भी समय बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकते है। दोनों ओर से एक साथ डम्फर रोड पर आने से सड़क से गुजरने वाले राहगीर सहम जा रहे है। समय रहते डंफरो पर अंकुश नही लगाया गया तो किसी भी समय बड़ी दुर्घटना को दावत दे सकते है।
अवर अभियंता दीपक कश्यप ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर गया था प्रतापगंज रजबहा नहर की दाई पटरी का टेंडर दिनेश कुमार के नाम हुआ है तथा बाई पटरी पर रास्ता बनाने के लिए सिल्ट हटाई गयीं है जबकि हकीकत यह है कि 3 दिसम्बर को करीब 60 डम्फर मिट्टी बगैर किसी परमिशन के गायब कर दी गयी है यही नही नहर के किनारे लगे तमाम प्रतिबंधित पेड़ो को जमींदोज कर दिया गया है।