अवधनामा संवाददाता
बांदा। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधन सहित पांच क्षेत्रों में अन्य ब्लाकों की तुलना में विकास से पिछड़े ब्लाकों कोआकांक्षी ब्लाक में शामिल किया है। जनपद के बिसंडा, कमासिन और बबेरू ब्लाक इसमें शामिल हैं। इसलिए यहां विकास कार्यों के लिए विशेष रणनीति बनायी जा रही है। बृहस्पतिवार को बिसंडा ब्लाक में आईसीडीएस विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) केएन तिवारी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर विकास के लिए साझा रणनीति पर चर्चा की।
डीपीओ ने कहा कि आकांक्षी ब्लाक में विभिन्न कार्य कराकर विकास को तेज करने की जरूरत है। इस ब्लाक में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, आधारभूत संरचना के तहत कुल 75 इंडीकेटर पर पर काम किया जा रहा है। इन्हीं संकेतकों पर चयनित ब्लाक का अनुश्रवण किया गया। स्वास्थ्य एवं पोषण के 23 बिन्दुओं के विकास कार्य पर ज्यादाध्यानदिया गया है। जिसमें बाल विकास पुष्टाहार, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के विभिन्न घटकों के कार्यपर बल दिया गया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि शून्य से 6 साल के आयु वर्ग के बच्चों की पोषण और स्वास्थ्य स्थिति में सुधार करना, किशोरियों को आयरन व कैल्शियम की टेबलेट देना, एनीमिया के प्रति जागरूकता, गर्भवती व धात्री महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें पोषण किट व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम युद्ध स्तर पर किया जाएगा। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों में गतिविधियों के जरिए भी जागरुक किया जाएगा। इससे बच्चों में मृत्यु दर, रोग, कुपोषण को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान अग्रणी बैंक प्रबंधक विनय पांडेय, सीडीपीओ प्रियांशी पटेल, योजना आयोग की सीएम फेलो सुधा सिंह, सुपरवाइजर अंशवती सहित बिसंडा ब्लाक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।