अवधनामा संवाददाता
बोदरवार, कुशीनगर। ग्रामीण अंचल की सड़कों की दशा इस क़दर बदहाल है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। ठेकेदार गड्ढा मुक्त के नाम पर केवल खाना पूर्ति कर सरकारी अभियान की धज्जियां उड़ाते नज़र आ रहे हैं। इसकी बानगी बनकटा बाजार से मेहड़ा होकर कप्तानगंज जाने वाली सड़क पर चल रहे कार्य को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है।
सरकार तीस नवम्बर तक सड़कों को पूरी तरह से गड्ढा मुक्त करने का दावा कर रही थी लेकिन ग्रामीण अंचल की सड़कें आज भी जस की तस है। बनकटा बाजार से कप्तानगंज जाने वाली मुख्य सड़क दस वर्षों से बदहाल है।यह मोतीचक और कप्तानगंज दो विकास खंडों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क है। गड्ढा मुक्त अभियान में शामिल होने के बाद क्षेत्र के लोगों में आश जगी थी कि अब सड़क चलने योग्य हो जायेगी। लेकिन ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से मरम्मत के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है। सड़क में यहां वहां पैच लगा कर काम पूरा कर दिया जा रहा है। रिपेयरिंग इतना घटिया तरह से की जा रही है कि पैच साइकिल के चलने से उखड़ता जा रहा है। इस संबंध में संबंधित जेई से जब संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल टू टू करके बार बार डिस्कनेक्ट हो जा रहा था।