अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। चर्चित सीएमओ कुशीनगर पर एक महिला डॉक्टर ने भी गम्भीर आरोप लगा दिया। फाजिलनगर सीएचसी पर तैनात डाक्टर ड्यूटी ज्वाइन कराने के नाम पर 70 हजार घुस मांगने का आरोप लगाया हैं। स्वास्थ्य विभाग में पैसा लेकर स्थान्तरण, सामानों की खरीद में अनियमितता और अब ड्यूडी ज्वाइन कराने में पैसे का आरोप सरकार की जीरो टरलेन्स के दावों को तारतार कर रहे। बीजेपी विधायक की शिकायत इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया था जिसकी जांच अभी चल ही है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने फिर एक बार नए अरोपो पर जाँच के आदेश दिए है।
कुशीनगर जिले के फाजिलनगर सीएचसी पर तैनात सविंदा महिला डॉक्टर श्वेता दुबे ने सीएमओ सुरेश पटारिया छुट्टी के बाद पुनः ड्यूटी जॉइन कराने के नाम पर 70हज़ार रुपये घुस मांगने का आरोप लगाया। महिला डॉक्टर स्वेता दुबे ने बताया कि उनकी तबियत खराब थी जिसके कारण वह तीन महीने ड्यूटी नही कर सकी। स्वस्थ्य होने के उपरांत जब वह ड्यूटी ज्वाइन करने के लिये सीएमओ से मिली तो सीएमओ ने एक एफिडेविट देने की बात कही और फाजिलनगर के प्रभारी चिकित्साअधिकारी को फोन कर ड्यूटी ज्वाइन कराने को कहा। इसके एवज में 70 हजार रुपयों की डिमांड की हालांकि महिला डॉक्टर ने सेलरी कम होने का हवाला देकर 70 हजार रुपये देने से इंकार कर दिया।
महिला डॉ के आरोप को सीएमओं ने गलत बताया
महिला डॉक्टर स्वेता दुबे के लगाए गए आरोप पर सीएमओ सुरेश पटारिया इसे सिरे से नकारते हुए निराधार बताते हुए कहा की, सविंदा डॉक्टर बिना छुट्टी लिए और बिना जानकारी दिए अपनी ड्यूटी से अनुपस्थिति रही है जो संविदा भर्ती नियम का उलंघन है। मेरे ऊपर महिला डॉक्टर द्वारा लगाए आरोप निराधार हैं। सविंदा महिला डॉक्टर स्वेता दुबे से फाजिलनगर सीएचसी पर 9 दिन तक ड्यूटी लेने के बाद अब उन्हें आगे की ड्यूटी करने से रोक दिया गया। डा० स्वेता दुबे को फाजिलनगर सीएचसी प्रभारी ने सीएमओ से पुनः मिल कर ड्यूटी ज्वाइन करने की बात कही है।
तीन महीने तक बिना बताए ड्यूटी से गायब थी महिला डॉक्टर
ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर सविंदा डॉक्टर तीन महीने तक बिना बताये ड्यूटी से गायब थी तो उन्हें नोटिस क्यो नही जारी किया गया। क्योंकि नियम भी यही कहता है कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी या सविंदा कर्मचारी 24 घण्टे अपने ड्यूटी पर नही पहुंचता है तो उसे नोटिस जारी कर इसका स्पष्टीकरण मांगा जाता है। लेकिन सीएमओ कुशीनगर सुरेश पटारिया ने तीन महीने से अनुपस्थित रही सविंदा डॉक्टर से उनकी अनुपस्थिति होने का कोई नोटिस ही नही मांगा और ना ही इस संबंध में उनसे कोई स्पष्टीकरण मांगा गया। जो पूरे मामले पर कई सवाल खड़े कर रहा है। पूरे मामले पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने प्रमुख सचिव स्वास्थ को सीएमओ के खिलाफ लगे आरोपो पर जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए है।