अवधनामा संवाददाता
इटावा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सर्पदंश राज्य आपदा घोषित होने के बाद से जनपद में संस्था ओशन द्वारा विभिन विद्यालयों में जाकर चलाया जा रहा सर्पदंश जागरूकता अभियान अब बेहद ही लोकप्रिय होता जा रहा है। समस्त उत्तर प्रदेश सहित जनपद इटावा की जनता को सर्पदंश से मुक्त करने के उद्देश्य से ही चलाये जा रहे महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान को एक नई गति गति प्रदान करते हुये संस्था ओशन द्वारा बहुत मेहनत से वैज्ञानिक तरीके से तैयार किये गये विशेष जागरूकता पोस्टर को मुख्य चिकित्साधिकारी इटावा डॉ गीताराम ने संस्था ओशन के महासचिव, वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी के साथ विमोचन किया। सीएमओ डॉ गीताराम ने सर्प दंश से होने वाली मृत्युदर को कम करने के लिये जनपद में संस्था ओशन द्वारा लगातार चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम व पोस्टर की सराहना करते हुए कहा कि,जागरूकता द्वारा लोगों का जीवन बचाना एक जनहित का पुनीत कार्य है जल्द ही इस पोस्टर को स्वास्थ्य केंद्रों पर लगवाया जायेगा।साथ ही उन्होंने कहा कि, कोबरा करैत के द्वारा काटने पर अस्पताल जाकर एंटीवेनम लगवाने में ही समझदारी है जो कि जिला अस्पताल सहित सभी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर भी उपलब्ध है जागरूकता के अभाव में जहरीले सर्पदंश में झाड़ फूंक कराना हमेशा ही जानलेवा होता है। विदित हो कि, कि,मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी पिछले कई वर्षो से इस सर्पदंश जागरूकता अभियान को जनपद में चला रहे है। साथ ही डायल 112 व वन विभाग के साथ मिलकर कई सर्पों व वन्यजीवों को नगरीय व आवासीय क्षेत्र से सुरक्षित रेस्क्यू कर उनके प्राकृत वास में लगातार ही छोड़ते जा रहे है। विदित हो कि,डॉ आशीष राष्ट्रीय स्तर पर सर्पदंश जागरूकता के लिये कार्य कर रही मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया की सर्प विशेषज्ञों की टीम के विशेष सदस्य भी बनाये गये है।इस अवसर पर सर्पमित्र डॉ आशीष ने कहा कि,यह बड़े ही हर्ष का विषय भी है कि, सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से मात्र जनपद इटावा से ही इस महत्वपूर्ण सर्पदंश जागरूकता अभियान की शुरुआत हुई है एवं इस प्रकार का जागरूकता कार्यक्रम सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में जनपद इटावा के सिवा कहीं भी नही चलाया जा रहा है। इस पोस्टर की विशेष बात यह भी है कि, राज्य आपदा विषयक सर्प पहचान व त्वरित सर्पदंश पहचान व उपचार आधारित पोस्टर को यदि कोई अच्छे से पढ़ लें और उसमें लिखीं बातों को ठीक से समझ लें तो विषधारी सर्पदंश से होने वाली असमय मौत से शत प्रतिशत बचने के साथ ही विषहीन सर्प की सही पहचान कर अनावश्यक होने वाली घबराहट से भी बच सकते है।विदित हो कि,वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार घोषित राज्य आपदा के तहत सर्प दंश से मौत होने पर पीड़ित परिवार को नियमानुसार चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी जिलाधिकारी के माध्यम से नियमानुसार प्रदान कर रही है। संस्था ओशन द्वारा जनपद में चलाये जा रहे जागरूकता अभियान का ही बड़ा असर हुआ है कि,लोगों ने अब सर्पों को मारना ही छोड़ दिया है।व उनके दिखाई देने वे सर्पमित्र डॉ आशीष को सीधे ही उनके नम्बर 7017204213 कॉल करके उनसे सहायता लेने लगे है।