लखनऊ/ब्यूरो । दस लाख से अधिक सक्रिय सदस्यों और अनुयायियों के साथ इंडोनेशिया के सबसे बड़े इस्लामी आध्यात्मिक, शैक्षिक संगठन नाहदतुल उलमा ने जकार्ता, इंडोनेशिया में G20 फोरम के तहत पहले R20 धार्मिक सम्मेलन का आयोजन किया।
भारत के सबसे बड़े मुस्लिम संगठन आल इंडिया उलमा व मशाइख़ बोर्ड और वर्ल्ड सूफी फोरम के महासचिव और चिश्ती फाउंडेशन अजमेर शरीफ के चेयरमैन हाजी सय्यद सलमान चिश्ती ने नाहदतुल उलमा (PBNU) के अध्यक्ष के.एच. याह्या इस्ताकिफ (गुस याह्या) के व्यक्तिगत निमंत्रण पर फोरम में R20 सम्मेलन धर्म के नाम पर अतिवाद, कट्टरवाद और हिंसा का वैश्विक समाधान खोजने के लिए अंतर-धार्मिक संवाद के साथ-साथ अंतर-धार्मिक संवाद के महत्व पर ज़ोर दिया और कहा कि आस्था और धार्मिक रस्मों का सार दया, बिना शर्त प्यार, करुणा, देखभाल और कृतज्ञता के साथ सभी की सेवा करना है।
उन्होंने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति एच ई जो को विदोड और नाहदतुल उलमा (PBNU) के चेयरमैन के.एच. याह्या इस्ताकिफ (गुस याह्या) को दुनिया में सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया का नेतृत्व करने के लिए बधाई दी जो देश अपने युवाओं और नागरिकों को एक-दूसरे का सम्मान करना और राज्य एंव धर्म के मामलों में प्रगतिशील पथ की शिक्षा देता है।
उन्होंने कहा की R20 धर्मों और विश्व धर्मों के नेताओं के लिए संवाद बनाने और वैश्विक समस्याओं को हल करने में धर्म के योगदान पर विचार प्रस्तुत करने का स्थान है। R20 में भाग लेने वाले कुल देशों की संख्या 32 थी और कुल 338 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें से 124 विदेशी थे। फोरम में पांच महाद्वीपों के 45 वक्ताओं ने भी भाग लिया।
नाहदतुल उलमा (PBNU) के अध्यक्ष के.एच. याह्या इस्ताकिफ (गुस याह्या) को हाजी सय्यद सलमान चिश्ती द्वारा 15वें अंतर्राष्ट्रीय सूफी रंग फेस्टिवल अजमेर शरीफ की तरफ से “विश्व शांति पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
नाहदतुल उलमा (PBNU) के केंद्रीय बोर्ड के अध्यक्ष ने भारतीय धार्मिक नेता श्री राम माधव वाराणसी को G20 धार्मिक मंच इंडोनेशिया का अगला सम्मेलन सौंपा। श्री राम माधव ने G20 की अध्यक्षता में आने वाले वर्ष 2023 में अपने देश भारत में आयोजन के लिए स्वागत किया और कहा कि कि भारत एक ऐसा देश है जो मानता है कि हर चीज़, हर हिस्सा पवित्र है और सब कुछ ब्रह्मांड का हिस्सा हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत न केवल सभी का सम्मान करता है बल्कि विविधता का जश्न मनाता है, हम एक ऐसे भारतीय समाज का हिस्सा हैं जो विविधता को महत्व देता है।
दक्षिण पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया के संगठन मुस्लिम वर्ल्ड लीग (MWL) के चेयरमैन शेख अब्दुल रहमान अल-खयात, इंडोनेशिया सरकार के प्रतिनिधि मोहसिन सिहाब और गोविंदा, देवगिरी, स्वामी मित्रानंद, स्वामी भद्रीदास और अन्य धार्मिक नेताओं सहित भारत के कई धार्मिक हस्तियों ने G20 फोरम के R20 में भाग लिया।