लखनऊ । ‘पीस एम्बेसडर टू इंडिया’ मार्शाह ने कहा कि 8 अरबवे शिशु की पैदाइश के साथ ही 15 नवंबर 2022 के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज हो गया जिसे दुनिया कभी ना भुला सकेगी। उन्होंने कहा कि हम खुशनसीब हैं जो इस अद्भुत रिकॉर्ड के प्रत्यक्षदर्शी गवाह हैं। मार्शाह ने कहा कि मानव सभ्यता के विकास के लिहाज से यकीनन यह खुशी का लम्हा है क्योंकि यह विस्तार इसलिए मुमकिन हो सका की सार्वजनिक स्वास्थ्य पोषण, व्यक्तिगत स्वच्छता आदि मामले में दुनिया के देशों ने सुधार किया है और वह इस दिशा में निरंतर सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि यह खुशी निरापद नहीं है, क्योंकि कई गंभीर चुनौतियां इसके साथ नत्थी हैं। उन्होंने आगे कहा कि जरा गौर कीजिए, जिस वक्त जनसंख्या ने इस विराट आंकड़े को छुआ है वैश्विक अर्थव्यवस्था महामारी की मार से उबरने के लिए जद्दोजहद कर रही है और एक विशाल आबादी बढ़ती महंगाई व गहराते खाद्यान्न संकट से जूझ रही है तथा शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में भी गहरी समस्याएं हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अगले 15 वर्षों में वैश्विक आबादी 9 अरब की सीमा को छू सकती है तब हमें कुछ बुनियादी जरूरतों पर गौर करना चाहिए।
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