अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। गांधी भवन सभागार में आज वीरांगना ऊदा देवी पासी का शहीद दिवस मनाया गया। श्रद्धांजलि सभा में पूर्व मंत्री समेत कई नेताओं ने अपनी बात रखते हुए वीरांगना को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन “पासी साम्राज्य शोध संस्थान” द्वारा किया गया था। पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि ऊदा देवी पासी लखनऊ के उजिरियांव गांव में जन्मी थी उनके पति मक्का पासी उदयगंज लखनऊ के थे। 1857 के संग्राम में पति-पत्नी दोनों शहीद हो गए थे। भारत के इतिहासकारों एवं लेखकों ने उनके बलिदान को नजरअंदाज कर दिया था। रैमिनी सेंसेस ऑफ द ग्रेट क्युटिनी पुस्तक के लेखक सार्जेन्ट फार्वेस मिचल ने ऊदा देवी की देशभक्ति और रण कौशल का उल्लेख किया है। सर विलियम रसेल, कार्लमाक्स और फेडरिक एंगेल्स जैसे अंग्रेजों ने अपने लेखो डायरी रिपोर्ट तथा समाचार पत्रों में लिखकर इस बहादुर महिला की वीरता का उल्लेख किया। सार्जेन्ट क्विकर वालेस जिसकी गोली से वह शहीद हुई लाश देखकर उनकी आंखें नम हो गई उसने अपना हैट उतारकर ऊदा देवी की लाश को सैल्यूट किया और कहा यह मुझे मालूम होता है यह एक बहादुर भारतीय महिला है तो मैं इस पर गोली ना चलाता चाहे मेरी फौज के सैकड़ों सैनिक और मारे जाते।
इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व विधायक राम सागर अकेला, सत्येंद्र रावत एडवोकेट, उमेश रावत एडवोकेट, कामता यादव, प्रीतम सिंह वर्मा, सुरेश यादव, मास्टर जेबी रावत, राम सुरेश रावत, मोहनलाल रावत, राम नरेश, अयोध्या नाथ कनौजिया, जगदंबा वर्मा, निर्मल यादव, फूलचंद रावत पूर्व प्रधान, दशरथ रावत, संतोष रावत सपा नेता, आदि लोग मौजूद रहे।
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