अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। वर्तमान समय खेती किसानी का चल रहा है जिसमें किसानों को फसलों की बुवाई को लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । इलाके के किसानों की इन्हीं समस्याओं को लेकर सहकार भारती नामक संस्था ने अपनी आवाज बुलंद की और जनपद में नहरों के संचालन के साथ-साथ माइनरों के संचालन किए जाने एवं जिले में हो चुकी खाद की कालाबाजारी के बाद अब कालाबाजारी न की जाय, इसके संबंध में ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग उठाई।
मिली जानकारी के अनुसार स्वयंसेवी सहकार भारती संस्था के जिला अध्यक्ष धर्म सिंह कुशवाहा ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में उपस्थित होकर जिला अधिकारी के नाम किसानों की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा । जिलाधिकारी के नाम सौंपा गए ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि वर्तमान समय खेती किसानी का चल रहा है जिसमें किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस समय नवंबर का आधा माह बीत चुका है जिसमें किसान अपने खेतों में बुवाई का काम कर रहे हैं, लेकिन किसानों को खेती किसानी के काम में सिंचाई की बड़ी परेशानी आ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि नहरों का संचालन किया गया है उनका पानी टेल नहीं पहुंच रहा है। नहरों संचालन होने के बावजूद माइनरों का संचालन नहीं किया जा रहा है, जिससे इस समय माइनर के आसपास के किसानों को सिंचाई में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय किसानों को नहरों व माइनरों द्वारा की जाने बाली खेतीं को अभी तक पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है, जिससे किसानों को बड़ी समाया का सामना करना पड़ रहा है। इस ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने निवेदन किया है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आदेशित कर जिला में खोली गई नहरों की माइनरों को जल्द से जल्द संचालित कराने का कष्ट करें । इसके साथ ही जनपद में पिछले वर्ष हुई खाद्य की विकट समस्या को मद्देनजर रखते हुए इस वर्ष किसानों को खाद की समस्या ना हो, इसकी रणनीति पहले से ही तय करने का निवेदन किया है। संस्था का आरोप है कि पिछले बर्ष की भांति इस वर्ष भी बाजारों के दुकानदारों द्वारा खाद की कालाबाजारी की जाने लगी है। जिस पर प्रशासनिक अधिकारी अपनी नजर बनाए रखें और कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही शुरू की जाय। जिससे किसानों को खाद के लिए दर-दर न भटकना पड़े और उनका शोषण ना हो। दिए गए ज्ञापन पर नंदलाल पूरन लक्ष्मण रामेश्वर राय मंगल सिंह सूरज सिंह शिवराज कुशवाहा गुलाबचंद राय धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा विष्णु राय लक्ष्मण राजा राम चरण इंद्रपाल सिंह सूरज सिंह मुकेश कुमार पंत फेरन लाल कुशवाहा सहित दो दर्जन से अधिक लोगों के हस्ताक्षर बने हुए हैं।