अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी .युवराज दत्त महाविद्यालय में महाविद्यालय जनजातीय उन्नयन प्रकोष्ठ द्वारा थारू महोत्सव के अन्तर्गत महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुण्डा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। जिसके अन्तर्गत भारत की जनजातियां विषय पर एक ऑनलाइन क्विज तथा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। बीण्एण् की छात्रा काशिफा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । थारू जनजाति के छात्र ध् छात्राओं संजनाए प्रेरणाए कंचनए कृतिका व सरवन ने स्वागत गीत तथा थारू लोकगीत प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम की संयोजक डॉण् ज्योति पंत ने लखीमपुर की थारू जनजाति की संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए भारत की विभिन्न जनजातियों के बारे में बताया। एमण्एण् अर्थशास्त्र के छात्र अंकुश वर्मा ने धरती आबा बिरसा मुण्डा के स्वतंत्रता संघर्ष पर प्रकाश डाला। बीण्एण् के छात्र अनुराग कुमार वर्मा ने जननायक बिरसा मुण्डा के सम्पूर्ण जीवन की गौरवगाथा का ओजपूर्ण काव्यपाठ किया। इतिहास विभागाध्यक्ष डॉण् नूतन सिंह ने विभिन्न जनजातीय आन्दोलनों जैसे भीलए संथालए कोलए मुण्डा आदि पर प्रकाश डालते हुए महान स्वतंत्रता संग्राम में बिरसा मुण्डा के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होनें यह भी कहा कि सब अल्टर्न पद्यति से इतिहास लेखन के अन्तर्गत जनजातीय अध्ययन पर शोध किया जा रहा है। राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉण् संजय कुमार ने जनजातीय अस्मिता के संकट को उजागर करते हुए जनजातियों से जुड़े विभिन्न संवैधानिक प्राविधानों को बताया। साथ ही जनजातीय समाज और संस्कृति पर और अधिक शोध की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर पाण्डेय ने महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुण्डा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए जनजातीय आन्दोलन में उनके योगदान की चर्चा की। उन्होंने जनपद में जनजातियों के सामाजिकए शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक उन्नयन के लिये चल रही विभिन्न राज्य एवं केन्द्रीय योजनाओं जैसे. आश्रम पद्धति विद्यालयए एकलव्य विद्यालयए बालिकाओं के लिये छात्रावास की सुविधाए छात्रवृत्ति इत्यादि की जानकारी से विद्यार्थियों को लाभान्वित किया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रोण् हेमन्त पाल ने सरकार द्वारा बिरसा मुण्डा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से जनजातीय समाज को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने में सहायता मिलती है। साथ ही उन्होंने बताया कि देश की स्वतंत्रता में प्रत्येक वर्ग का योगदान उल्लेखनीय है। कार्यक्रम के सफल आयोजन में महाविद्यालय के प्राध्यापकों दीपक कुमार बाजपेईए मोहम्मद नजीफ व विनयतोष गौतम ने सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अन्त में डॉण् नीलम त्रिवेदी ने सभी अतिथियों एवं सहभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक डॉण् डीण् एनण् मालपानीए डॉण् डीण्केण् सिंहए डॉण् जेण् एनण् सिंहए डॉण् सुभाष चन्द्राए सतेन्द्र पाल सिंहए विजय प्रताप सिंहए डॉण् ओण् पीण् सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।