अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव व न्यायिक अधिकारी श्रीमती सुमिता ने कहा कि बदलाव की शुरूआत स्वयं से होती है। यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह अपनी जिन्दगी को किस दिशा मे ले जाना चाहता है। उन्होंने ग्रामवासियों को उनके मौलिक अधिकारों, मौलिक कर्तव्यों के बारे में में विस्तार से बताया और उन्हे आयुष्मान कार्ड, कन्या सुंमगला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा अधिनियम 2007, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, पोक्सों अधि0 2012, दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 एवं कन्या भू्रण हत्या एवं कल्याणकारी योजनाओ के बारे में जागरूक किया।
न्यायिक अधिकारी श्रीमती सुमिता आज यहां राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में तथा जनपद न्यायाधीश श्रीमती बबीता रानी के मार्गदर्शन में विधिक दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत टिपरा तहसील रामपुर मनिहारान में विधिक जागरूकता शिविर को संबोधित कर रही थी। शिविर में प्राधिकरण सचिव ने बताया कि महिलाएं, बच्चें, एस.एसटी वर्ग की महिलाओं को निःशुल्क विधिक सहायता हेतु आवेदन कर सकते है। पुरूष संवर्ग जिनकी आयु तीन लाख तक है वे भी निःशुल्क विधिक सहायता का लाभ ले सकते है। सचिव ने घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के आवश्यक प्रावधानों, धारा 125 सीआरपीसी के विषय पर प्रकाश डाला। सखी वन स्टॉप सेन्टर व एमरजेन्सी 1090, 1098, 112 के बारे में भी छात्राओं को अवगत कराया। साथ ही छात्राओं को बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से निःशुल्क विधिक सहायता देने का प्रावधान है। सचिव ने 12 नवम्बर को आयोजित होने लोक अदालत के बारे में बताया जिसमें सुलह के आधार पर मुकदमों का निस्तारण होगा। साथ ही दयाचन्द इण्टर कालेज सरसावा में सचिव ने विधिक सेवा दिवस के अवसर पर चित्रकला, वाद विवाद, नुकक्ड नाटक प्रतियोगिता का आयोजन करवाया, ताकि आम जनता आसानी से विभिन्न कानूनों के बारे में जान सकें और विधिक सेवा दिवस का मकसद पूरा हो सके। उक्त आयोजन में 2000 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें डी.सी. जैन इण्टर कालेज सरसावा, किसान शुगर फैक्ट्री हाई स्कूल सरसावा, जनता इण्टर कालेज सरसावा, दिगम्बर जैन इण्टर कालेज सरसावा, जनता इण्टर कालेज अहमदपुर ब्राहम्ण पिलखनी विद्यालय के छात्र छात्रायें उपस्थित रही। प्रतियोगिता के बाद छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में सैंकड़ों ग्रामवासी मौजूद रहे।