अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। दिगंबर जैन वार्षिक गजरथ महोत्सव यात्रा के उपलक्ष में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में आज गरबा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें गरबे की विभिन्न विधाओं का बेहद सुंदर प्रस्तुतीकरण महिलाओं और लड़कियों द्वारा किया गया।
श्री दिगंबर जैन जैन धर्मशाला के प्रांगण में गरबा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन शशि जैन ने दीप प्रज्जवलन, अनिल जैन, दीपक जैन ने चित्र अनावरण, पुरस्कार वितरण सुंदरी जैन, राजन जैन, गगन जैन, संदीप जैन,भव्य जैन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। गरबा प्रतियोगिता में रंग बिरंगे लहंगो और गुजराती वेशभूषा में महिलाएं अलग ही नजर आ रही थी। ऐसा लग रहा था गुजरात सहारनपुर के जैन धर्मशाला में समाहित हो गया हो। वही आचार्य के जयकारों ने वातावरण को पूर्णत धार्मिक बना रखा था आज गरबे की विभिन्न विधाओं का प्रस्तुतीकरण देखकर हर कोई अचरज नजर आया। घरों में साधारण से गृहिणी की भूमिका निभाने वाली महिलाओं की एक अलग ही प्रतिभा आज दिखाई दी। मातृशक्ति समस्त महिला मंडल ग्रुपो द्वारा सामूहिक रूप से एक अद्भुत एवं अपूर्व ‘गरबा प्रतियोगिता’ का आयोजन, जो दर्शकों के हृदय में प्रतियोगियों की प्रतिभा एवं क्षमता की छाप छोड़ गयी। अद्भुत प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विजेता नित्या मंडल, द्वितीय स्थान पर नवरंग ग्रुप एवं तृतीय स्थान पर बड़े बाबा कुंडलपुर ग्रुप रहे। अन्य प्रतियोगियो मे चेलना एवं वीतराग महिला मंडल, मंगलम ग्रुप, जिन भक्ति ग्रुप, पुष्प मंडल ग्रुप, डांडिया गर्ल्स ग्रुप, विद्योदय ग्रुप, परमेष्ठी ग्रुप, नवकार ग्रुप एवं महावीर के दीवाने ग्रुप रहे। कार्यक्रम को रोहिणी जैन, मितुल जैन, छवि जैन, अंजलि जैन, मंजू जैन, शिल्पी जैन, कामिनी जैन व नेहा जैन द्वारा पूरी लग्न के साथ तैयार किया गया था। मुख्य अतिथि जैन समाज के अध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि वार्षिक गजरथ यात्रा महोत्सव में समाज के प्रत्येक व्यक्ति के मन वचन काय से पूर्ण समर्पण, सराहनीय योगदान एवं लग्न से कार्य करने से ही श्रीजी की भव्य विशाल यात्रा के साथ साथ दिन-रात्रि में भव्य और अद्भुत कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाने संभव हो रहे है। कार्यक्रम में चौधरी संदीप जैन, संजीव जैन, अरुण जैन, सी.ए.अनिल जैन, अजय जैन, मुकेश जैन, दीपक जैन, राजा जैन, आयुष, संजय जैन, राकेश जैन, अनुज जैन, संदीप जैन, मनोज जैन, नितिन जैन, विपिन जैन, नीरज जैन, सहित हजारों की संख्या में स्त्री पुरुष बच्चे उपस्थित रहे।