अवधनामा संवाददाता( श्रवण चौहान)
मार्फिन पीने वाले तस्करों ने बताया कौन बेचता है मार्फिन
बाराबंकी। जनपद में पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स के कड़े निर्देशों के बावजूद कोतवाली व चौकी पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है।जिसका जीता जागता सबूत शोसल मीडिया पर वायरल हो रही ये तस्वीरें एक बानगी हैं। रामसनेहीघाट क्षेत्र अंतर्गत मादक पदार्थों की तस्करी मे बहुचर्चित कोटवा सड़क के माथे पर लगा कलंक का दाग मिटने का नाम नहीं ले रहा पुलिस लगातार यह दावा कर रही है कि कोटवा सड़क से मादक पदार्थों की तस्करी को खत्म करने के लिए पुलिस प्रशासन कटिबद्ध है लेकिन कोटवा सड़क में हो रही मादक पदार्थों की तस्करी यह साबित करती है की कोटवा सड़क में मादक पदार्थों की तस्करी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। क्षेत्रवासियों की माने तो प्रदेश ही नहीं देश में नशे के कारोबार के लिए बाराबंकी जनपद का टिकरा कोटवा रामसनेहीघाट विख्यात है तस्करों के दुस्साहस के चलते कई बार बरामदगी करने गई पुलिस व नारकोटिक्स टीम पर पथराव तक हो चुके है।सूत्र बताते हैं कि पहले जनपद में अफीम की खेती होने तथा राजमार्ग के किनारे होने के कारण यहां से अफीम अन्य राजस्थान मुंबई कोलकाता झारखंड दिल्ली आदि विभिन्न शहरों में तस्करी की जा रही थी लेकिन मौजूदा समय में अफीम की खेती कम होने के कारण अब यहां पर अन्य राज्यों से अफीम मंगाकर कुछ लोग उसे शोधित करके स्मैक व हीरोइन में बदलकर बाहर भेजते हैं यही नहीं आसपास के कई शहरों के मार्फिन पीने वाले अक्सर मंडराते देखे जा रहे हैं लेकिन पुलिस इस काले कारोबार के थोक विक्रेताओं के बजाय गरीब मजदूर जो नशे के आदी उन लोगो को जेल भेजकर अपनी पीठ थपथपा रही है।पुलिस भले ही तमाम लोगों को जेल रवाना कर दिया हो लेकिन इन तस्करों ने चरस मार्फीन हीरोइन कहां से खरीदा और कहां भेजते हैं या इनके पास कहां से आई इसके बारे में ना तो कोई जानकारी दी गई और ना ही कोई कार्रवाई ऐसे में मादक पदार्थ के अवैध धंधे पर रोक कैसे लगेगी सूत्रों की माने तो ढाबा से लेकर लोधे सिंह पुरवा तक संचालित सड़क के दोनों तरफ कुछ ढाबा संचालक भी इस मादक पदार्थों के कारोबार में लिप्त हैं परंतु पुलिस की नजरें वहां तक नहीं पहुंच रही क्षेत्र के कुछ बुद्धिजीवी बताते हैं कि ढाबा संचालकों से पुलिस का हफ्ता शुल्क बंधा हुआ है जिससे पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी के कारोबार में लिप्त ढाबा संचालकों को संरक्षण दे रही है। जिससे जनपद में ईमानदारी की मिसाल कायम करने वाले पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स का पुरजोर प्रयास है कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में पूरी तरह से बंद करा दी जाए परंतु उनके आदेशों का पूरी तरह पालन न कर पाने में कोतवाली व चौकी पुलिस सफल नहीं दिख रही है पुलिस अपनी पीठ थपथपा ने के लिए भले ही गरीब मजदूरों नशे के आदी नशेड़ियों को सलाखों के पीछे डाल दिया हो लेकिन इन दिनों पुलिस चौकी हथौंधा क्षेत्र के कोटवा सडक में दर्जनों से अधिक मार्फीन पीने वाले पीते हुए देखे जा सकते हैं। जिसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी ने तैनात कर दिया टिकरा गांव में पुलिस फोर्स:-
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी का प्रयास है कि नशे के कारोबार की अवैध तस्करी बाराबंकी से बंद किया जाए इस को ध्यान में रखते हुए टिकरा उस्मान गांव में भी भारी पुलिस बल तैनात किया है लेकिन जब अन्य थानों के पुलिस इसी तरीके से तस्करी करेंगे तो कैसे नशे के कारोबार पर लगाम लगेगी?
क्या बोले अपर पुलिस अधीक्षक बाराबंकी
इस संबंध में जब हमारे संवाददाता श्रवण चौहान ने बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक पूर्णेन्दु सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच कराया जाएगा जो भी सबूत सामने आएंगे उचित कार्यवाही किया जाएगा उन्होंने कहा कि बहुत से तस्करों के ऊपर कार्यवाही की गई है जेल भेजा गया है संपत्तियां तक कुर्क की गई हैं छोड़ा नहीं जाएगा ।
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