सिडनी। सोलोमन द्वीप (Solomon Island) अपने बंदरगाहों पर अमेरिकी जहाजों के प्रवेश पर रोक लगाने की तैयारी में है। द्वीप के प्रशासन ने अमेरिका को इस बारे में सूचित कर दिया है कि यह अपने बंदरगाहों पर अमेरिकी नौसेना के जहाजों पर मोरेटोरियम (moratorium) लागू करेगा। यह जानकारी कैनबरा में अमेरिकी दूतावास ने मंगलवार को दी। सोलोमन सरकार की इस प्रक्रिया को चीन के साथ हुए समझौते का नतीजा माना जा रहा है।
मई में चीन के साथ हुआ था समझौता
दरअसल मई में चीन के साथ एक समझौतेे के बाद से सोलोमन द्वीप और अमेरिका और इसके सहयोगी देशों के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण हैं। समझौते के तहत सोलोमन ने चीन के नेवी के जहाजों को अपने यहां पर लंगर डालने की इजाजत दी थी। पूरी दुनिया को इस बात की आशंका है कि चीन यहां पर अपना सैन्य बेस बनाना चाहता है। दूतावास ने बयान जारी कहा, ’29 अगस्त को अमेरिका को सोलोमन द्वीप के सरकार की ओर से आधिकारिक नोटिफिकेशन मिला जिसमें नौसेेेना के जहाजों पर रोक लगाने के बारे में बताया गया।’ हालांकि सोलोमन के प्रधानमंत्री मानास्सेह सोगावरे ( Manasseh Sogavare) ने पहले इस तरह की रिपोर्ट से इनकार कर दिया और न्यूज एजेंसी रायटर्स को बताया कि सोगावारे मंगलवार दोपहर को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि सोगावारे U.S. नेवी हास्पिटल शिप मर्सी (Mercy) के स्वागत में भाषण देंगे जो सोमवार को दो सप्ताह के मिशन पर होनीआरा (Honiara) पहुंचा है।
पिछले सप्ताह आलिवर हेनरी को नहीं मिली थी एंट्री
दूतावास ने कहा, ‘मोरेटोरियम लागू होने से पहले ही मर्सी को राजनयिक अनुमति मिल चुकी थी। हम करीब से हालात पर नजर रखेंगे।’ पिछले सप्ताह अमेरिका के कोस्ट गार्ड जहाज को सोलोमन में प्रवेश नहीं मिला क्योंकि यहां कि सरकार ने इसके ईंधन भराने के आग्रह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। आलिवर हेनरी (Oliver Henry) नामक ये जहाज अवैध तौर पर दक्षिण प्रशांत में मछलियां पकड़ने की गतिविधि को लेकर पेट्रोलिंग पर था तभी इसे होनीआरा में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली।