अवधनामा संवाददाता
गौरा बाबा धाम में चल रही कथा का दूसरा दिन
अतर्रा/बांदा। राम चरित मानस से उत्तम चरित्र का निर्माण होता है बच्चों को बचपन काल से ही राम कथा का श्रवण कराने से संस्कारो का जन्म होता है राम के आदर्श पर चलकर ही देश में रामराज्य का सपना साकार हो सकता है उक्त बाते कस्बे के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गौरा बाबा धाम में सात दिवसीय राम कथा के दूसरे दिवस पर राम कथा के दूसरे दिवस पर राम कथा के प्रभाव व राम के स्वभाव पर प्रकाश डालते हुए प्रयागराज इलाहाबाद के यतीन्द्र वेदांत देशिक सत्संग सेवा संस्थान से कथा व्यास माधवी ने कहा।
कस्बे के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गौरा बाबा धाम शुक्रवार को सात दिवसीय राम कथा के दूसरे दिवस पर प्रयागराज इलाहाबाद से कथा व्यास माधवी ने राम कथा के प्रभाव पर बोलते हुए कहा, कलयुग केवल नाम अधारा, सुमिर सुमिर नर उतरही पारा उन्होंने कहा कि इस कलिकाल में उनका नाम और राम की कथा दोनों अमृत के समान है जिसको पीकर लोग जंहा चिंता मुक्त हो जाते है वहीं जीव के सभी सांसारिक शोक का हरण हो जाता है। उन्होंने कहा कि राम कथा जीवन को बनाने वाली जीवन को संवारने वाली है इसलिए आज बच्चों को घर संस्कारित बनाना है तो राम कथा का रसपान कराइए उससे एक और जहां उसके संस्कार का निर्माण होगा वही उत्तम चरित्र का भी निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि अहंकार भगवान का भोजन अहंकार से मनुष्य का पतन हो जाता है पर राम कथा का रसपान करने से काम क्रोध मद मोह सभी स्वता नष्ट हो जाते है साध्वी ने कहा कि वर्तमान में देश में तेजी से संस्कार नयी पीढ़ी में खत्म हो रहे है साथ सबका विकास तेजी से अनुसरण हो रहा है जिसको हम राम कथा से ही बचा सकते हैं कथा के दूसरे दिन समाजसेवी सुरेश व्यास, आचार्य अनुपम मिश्रा, अरविंदचार्य महाराज, समाजसेवी सूरज बाजपेई, विवेक बिंदु तिवारी, गुड्डू तिवारी, रामू तिवारी सहित सैकड़ों लोगों ने कथन का रसपान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।