अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। ग्राम भगवतपुर टोंगिया मोहण्ड रेंज के रहने वाले कुछ ग्रामीणों ने समाज कल्याण अधिकारी पर उनको बेघर किए जाने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा और उनसे मांग की कि उन्हंे ग्राम की भूमि पर यथास्थिति रखते हुए उनको रहने की अनुमति दी जाये।े
तहसील बेहट क्षेत्र के ग्राम भगवतपुर टोंगिया के ग्रामीण आज एकत्रित होकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और अपनी मांगों के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना था कि वह सन् 1930 से वन विभाग की मोहंड रेंज के बनिया वाला ब्लॉक में रहकर टोंगिया प्लान्टेंशन का कार्य वन विभाग की देखरेख में रह रहे थे। राजाजी नेशनल पार्क बनने के कारण उन्हें फरवरी 1986 में नोटिस द्वारा वन विभाग की थापुल डांडी वन विभाग ने विस्थापित करा दिया था। फरवरी 1986में सन् 1956-57 के रिकार्ड के अनुसार 44 काश्तकारों को 1-1 बीघा जमीन रहने के लिए एवं 1-1 एकड़ जमीन जुर्ता के लिए दी थी। इनके अलावा टांेगिया श्रमिक जो परिवार शादी शुदा थे, उनको भी वन विभाग द्वारा घर बनाने के लिए अलग से जमीन दी गई थी। जिस पर भी सभी अपने घर बना कर रहे है। वह लंबे समय से वन क्षेत्र में रहते आ रहे हैं। इसमें उनको एक बीघा जमीन रहने व एक बीघा जमीन खेती के लिए मिली थी। उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व ग्राम में समाज कल्याण अधिकारी आये और उन्होंने मात्र 32 काश्तकारों को प्रमाणित किया और अन्य को निकालने के लिए कहा गया। उन्होंने डीएम से पूर्व की भांति यथास्थिति बरकरार रखते हुए राजस्व में देने की मांग की। डीएम से मिलने वालो में सुरेश चंद, ललित कुमार, महीपाल, राजेश, रेखा, गीता, संतोष, दल सिंह, राकेश, जोगेन्द्र सिंह व लीला आदि शामिल रहे।