फर्जी सरकारी कागजात बनाने वाले गैंग के तीन सदस्य दबोचे गए

0
107

 

 

अवधनामा संवाददाता

भारी मात्रा में ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी, स्मार्ट कार्ड, दो बाइक व 50 हजार नगद समेत स्मार्ट कार्ड चीप बरामद
कुशीनगर। जिले की साइबर सेल, तरयासुजान और तमकुहीराज थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने फर्जी सरकारी कागज बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के तीन सदस्यों को दबोचने में कामयाब हो गई। पुलिस अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में ड्राइविंग लाइसेंस, स्मार्ट कार्ड समेत भारी मात्रा में ई स्मार्ट कार्ड और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के अलावा दो मोटरसाइकिल और पच्चास हजार नगद रुपए बरामद की है।
मंगलवार को एसपी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों पुलिस के पूछताछ में बताया कि वे विभिन्न प्रदेशों की परिवहन विभाग की वेबसाइट से लोगों और वाटरमार्क डाउनलोड कर इसके बाद कोरलड्रा नामक सॉफ्टवेयर के माध्यम से सरकार की तरफ से निर्धारित डीयल आरसी के फॉर्मेट पर एडिटिंग करके पुनः एडिट किए हुए डाटा को ऑनलाइन क्यूआर कोड जनरेटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से उक्त डांटा के बारकोड जनरेट किया करते थे। इसके बाद  क्यूआर कोड जनरेट होने पर क्यु आर कोड को कॉपी करके कोरल्ड्रॉ में एडिट किए हुए फॉर्मेट पर पेस्ट कर देते थे। इससे किसी भी अधिकारी और पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान डीएल आरसी ऑल इंडिया परमिट फिटनेस चालान चेक करते समय क्यूआर कोड स्कैन करने पर वही डाटा सो करता था। जो इन शातिर अभियुक्तों के द्वारा एडिट करके इसे फर्जी तरीके से बनाया हुआ होता था। इतना ही नहीं फार्म 23 आरसी को बनाते समय भी यह कोरलड्रा का उपयोग करते थे। इसमें गाड़ी नंबर का प्लेट लगाना होता है,उसी नंबर की फार्म तर्ज पर आरसी प्रिंट आउट करके मोहर और सिग्नेचर बनाकर ग्राहकों को मुहैया कराते थे। हालांकि वे अधिकतर चोरी हुई वाहनों के साथ इसका उपयोग करते थे। इसके अलावा आर्मी मूवमेंट ऑडर सिग्नेचर और लेफ्टिनेंट कर्नल की मुहर सहित गाड़ी मालिकों को भी इस तरह का फर्जी सरकारी कागज बनाकर मुहैया कराने का कार्य करते थे। ऐसे में किसी भी टोल अथवा किसी चेक पोस्ट पर रोकी जाने वाले वाहन और आर्मी के सम्मान के नाम पर गाड़ी पास हो जाया करती थी। इसके साथ साथ ऑनलाइन क्यूआर कोड जनरेट करके गाड़ियों का फिटनेस ऑल इंडिया परमिट चलान आदि मोहर और सिग्नेचर समेत गाड़ी मालिकों को फर्जी सरकारी कागज बनाकर उन्हें उपलब्ध करा देते। इसमें वाहन मालिकों को दूसरे प्रदेश में जाने चेकिंग के दौरान यही कागजात दिखाने पर गाड़ी पास हो जाती थी जिससे टैक्स जमा करना पड़ता था। और चेक पोस्ट से आसानी से इनकी गाड़ी निकल जाया करती थी। पकड़े गए अभियुक्तों में रफीक अहमद पुत्र मोहम्मद खलील निवासी तिलंगवापट्टी बांसगांव थाना बिशनपुरा जनपद कुशीनगर, अनिल सिंह पटेल पुत्र सुभाष पटेल निवासी परसौनी कौवापट्टी थाना तमकुहीराज राजा पटेल उर्फ अभिषेक पुत्र हरिराम पटेल निवासी परसौनी बुजुर्ग कौवापट्टी थाना तमकुही राज शामिल हैं।
अभियुक्तों के पास से पुलिस द्वारा बरामद की गई सामान
60 फर्जी डीएल स्मार्ट कार्ड, 15 आरसी, 426 टीवी की स्मार्ट कार्ड, चिप 174 पीवीसी स्मार्ट कार्ड, 28 सरकारी मोहर, 7 मोबाइल फोन 3 लैपटॉप, चार प्रिंटर और स्कैनर 3 पेन ड्राइव 4 कार्ड रीडर एक ड्राई कटर 5 फर्जी आर्मी मोमेंट ऑर्डर 16 आरसी फार्म 23 की मोहर सिग्नेचर समेत प्रिंटेड 23 ऑल इंडिया परमिट 10 फिटनेस 2 चालान 50 नेशनल परमिट शादी पीले कागज दो मोटरसाइकिल और 50 हजार रुपए नगद बरामद किया है।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में यह रहे शामिल
मनोज कुमार पंत प्रभारी साइबर सेल, प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र कुमार सिंह थाना तरयासुजान, वरिष्ठ उपनिरीक्ष अश्वनी राय थाना तमकुहीराज, उपनिरीक्षक निरंजन राय थाना तरयासुजान, शम्मी कुमार, सर्विलांस सेल, अनील यादव, चंद्रभान वर्मा, विजय चौधरी, महिला कांस्टेबल नेहा यादव मौजूद रहे।
Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here