अवधनामा संवाददाता
डीएम को ज्ञापन सौंप की समस्या समाधान की मांग
बाँदा। विगत चार वर्ष से लगातार वेतन संसोधन किये जाने की मांग को लेकर,एड्स नियंत्रण कर्मचारी संघ के आह्वान पर एड्स नियंत्रण कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया।जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर मानदेय बढ़ाये जाने की मांग की। विभाग में संविदा में कार्य कर रहे संविदा एड्स कर्मियों ने जिला मुख्यालय में एकत्र हो प्रदर्शन किया।इस दौरान जिलाधिकारी को ज्ञापन सौप बताया कि कोविड काल में संसाधनों के अभाव के बावजूद ईमानदारी से सेवाएं दी।उस दौरान सैकड़ों साथी कोविड से संक्रमित भी हुए।जिसके चलते अपनी जान से हाथ धो बैठे। ज्ञापन में उल्लेख किया कि एड्स कर्मियों का मानदेय पुनरीक्षण अप्रैल 17 में किया जाना था।लेकिन सिर्फ दस प्रतिशत लोगो का करके सरकार ने कुठाराघात करने का कार्य किया।शेष कर्मी अभी तक लाभ से वंचित हो लगातार चार वर्षों से मानदेय पुनरीक्षण की मांग कर रहे हैं।बताया कि मानदेय अक्टूबर 2013 में पुनरीक्षण किया गया था।राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन द्वारा लगभग 8 वर्ष बाद दिनांक 3 अगस्त 2022 को मानदेय पुनरीक्षण किया गया वह वर्तमान में बढ़ती महंगाई दर के हिसाब से बहुत कम है ।इसलिए मानदेय पुनरीक्षण में सभी वरिष्ठ संविदा कर्मियों जो विगत 5 वर्षों से अधिक से कार्य कर रहे हैं उनकी अपेक्षा की गई । जो हमारे हजारों संविदा कर्मी जो इस कार्यक्रम में विगत 18 -20 वर्षों से अधिक समय काम करते-करते अपने सरकारी नौकरी की आवश्यकता भी पार कर चुके हैं। लेकिन नाकों ने मानदेय पुनरीक्षण के नाम पर इसके साथ बहु बड़ा धोखा देने वाला कार्य किया। जिसके कारण पूरे देश मे विभिन्न मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों एड्स नियंत्रण संविदा कर्मियों ने तय किया की 22 अगस्त को विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन किया जाएगा। 23 अगस्त 2022 को राष्ट्रीय एवं राज्य संगठन द्वारा प्रतिनिधिमंडल नाको एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में वार्ता के लिए जाएगा सहमति न बनने की स्थिति में पूरे भारतवर्ष में कार्य बहिष्कार के साथ दिल्ली में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के बाध्य होने की बात कही।इस दौरान जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज सहित सीएचसी व पीएचसी में तैनात एड्स कर्मी मौजूद रहे।