अवधनामा संवाददाता
मेला में आईटीबीपी फोर्स समेत 500 पुलिस के जवान थे तैनात
कुशीनगर। जिले का चर्चित मिश्रौली डोल मेला शनिवार को सौहार्दपूर्वक माहौल मे चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच सकुशल निपट गया। मेले मे भगवान श्रीकृष्ण की निकाली गयी अलग-अलग झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही।
डोल मेला को लेकर पिछले दो दिनो से सुरक्षा व्यवस्था मे जुटे अधिकारी पर्याप्त पुलिस बल के साथ दोपहर मे ही मेला स्थल पर पहुच गये, वहा से भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा के साथ सजी डोल लेकर गांव के जिन रास्तो से होकर मूर्ति गुजरनी थी वहा चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहे। मेले मे पटेरहा, सवेरा मल्ल छपरा, बरकंडी, पकड़ियार, सोहरौना, विश्रामपट्टी, सिरसिया, दल बहादुर छपरा सहित डेढ दर्जन गांवो से डोल मिश्रौली पहुंचा। इस दौरान भक्ति गीतो पर युवा थिरकते रहे। कलाकारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगो के खूब वाहवाही लूटी। सुरक्षा व्यवस्था की कमान थामे अपर जिला अधिकारी देवीदयाल वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक रितेश प्रताप सिंह की देख रेख मे एसडीएम न्यायिक बीएल सोनकर सहित तीन सर्किल के पुलिस क्षेत्राधिकारी, एक दर्जन इंस्पेक्टर, डेढ दर्जन थानेदार, 8 दरोगा, 3 महिला दरोगा, 200 सिपाही, 55 महिला सिपाही, 3 टीएसआई, 10 ट्रैफिक पुलिस, चार कंपनी पीएससी, एक कम्पनी आइटीबीपी फोर्स, फायर सर्विस के जवान मौजूद रहे।
प्रशासन ने ली राहत की सांस
सांप्रदायिक दृष्टिकोण से मिश्रौली डोल मेला प्रशासन के लिए अतिसंवेदनशील माना जाता है। मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन को बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं। स्थिति यह है कि जब तक मेला समाप्त नहीं हो जाता तब तक अधिकारियों की सांस अटकी रहती है। डोल मेला शांति पूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन और पुलिस के अधिकारी आसपास के गांवों के सामाजिक लोगों के साथ बैठक कर मेला सकुशल संपन्न कराने के लिये रायमशविरा करते हैं।
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