अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। जनपद में डीसी एनआरएलएम मिथिलेश तिवारी का स्थानान्तरण होने के लगभग एक सप्ताह बाद भी कार्यमुक्त न होना उत्तर प्रदेश शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाना है । बताते चलें कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा ग्राम विकास विभाग के 71 पीडीएस अधिकारियों का 30 जून को तबादला हो गया जिसमें तीन पीडीएस अधिकारी आजमगढ़ के शामिल थे । आजमगढ़ के जिला विकास अधिकारी रविशंकर राय व परियोजना निदेशक डीआरडीए के के सिंह आजमगढ़ से कार्य मुक्त हो चुके हैं ,वहीं पर डीसी एनआरएलएम मिथिलेश कुमार तिवारी का स्थानांतरण आजमगढ़ से इसी पद पर महोबा जिले में हो गया है लेकिन अभी तक कार्यमुक्त नहीं हुए हैं । डीसी एनआरएलएम आजमगढ़ से कार्यमुक्त क्यों नहीं हुए इसको बताने को कोई तैयार नहीं है लेकिन अंदर खाने से पता चला है कि डीसी एनआरएलएम मिथिलेश कुमार तिवारी आज़मगढ़ से महोबा नहीं जाना चाह रहे हैं व पुरजोर कोशिश में हैं की स्थानांतरण रुक जाए । जिसके लिए मंत्रालय से सचिवालय तक अपने रसूख का भरपूर उपयोग कर रहे हैं । स्थानांतरण होने के 7 दिन बीतने के बाद भी अधिकारी का कार्यमुक्त न होना व शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाने पर ऐसे अधिकारियों के ऊपर सवालिया निशान खड़ा होता है । वही स्थानांतरण पत्र में साफ-साफ लिखा हुआ है कि अगर स्थानांतरित अधिकारी को अविलंब कार्य मुक्त नहीं किया गया तो आदेशों की अवहेलना अनुशासनहीनता मानी जाएगी व संबंधित के खिलाफ यथोचित कार्यवाही की जाएगी लेकिन इस तरह के पत्र जारी होने के बाद भी उच्च अधिकारी इसको संज्ञान में नहीं ले रहे हैं